महामारी से निपटने के लिए मंडी व ऊना का सहयोग लेगा कांगड़ा
जागरण संवाददाता धर्मशाला जिला कांगड़ा अब कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए मंडी व ऊना
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : जिला कांगड़ा अब कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए मंडी व ऊना जिलों का सहयोग लेगा। जिला प्रशासन ने इसके लिए मंडी व ऊना के उपायुक्तों से संपर्क साधा है। जिला कांगड़ा में रोजाना कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और 500 से ज्यादा लोग महामारी की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में प्रशासन कोई भी लापरवाही नहीं बरतना चाहता है। जरूरत से पहले ही दूसरे जिलों से संपर्क साधा है।
29 अप्रैल से पपरोला के आयुर्वेदिक अस्पताल को जिला प्रशासन की ओर से सौ बिस्तरों के कोविड अस्पताल के रूप में मुहैया करवा दिया जाएगा। जिस तरह से रोजाना 500 से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले जिले में आ रहे हैं, उसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने अपनी ओर से दूसरे जिलों से अभी से ही मदद मांगना सही कदम समझा है। अब मंडी और ऊना जिला प्रशासन कितना खरा कांगड़ा के भरोसे पर उतरते हैं इसकी जानकारी तो 29 अप्रैल को ही साफ हो पाएगी। उपायुक्त कांगड़ा पहले ही साफ कर चुके हैं कि अप्रैल में 5000 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और करीब 90 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 3000 से ज्यादा लोग होम आइसोलेशन में हैं। ऐसे में जैसे-जैसे मामले बढ़ेंगे, वैसे-वैसे जिला प्रशासन की चिंता भी बढ़ेगी। उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ने मामलों को देखते हुए मंडी और ऊना जिलों से 30-30 बिस्तर मुहैया करवाने की मांग उठाई है। हालांकि वीरवार से सौ बिस्तरों का कोविड केयर अस्पताल पपरोला में भी शुरू कर दिया जाएगा।