जीवनधारा ने दिया लोगों को जीवन, इस तरह मिला स्वास्थ्य लाभ
हिमाचल प्रदेश के सात जिलों के दूरदराज के क्षेत्रों में मोबाइल प्राथमिक स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र (जीवनधारा) के माध्यम से 955 शिविर लगाए जा चुके हैं। इस दौरान 32569 ओपीडी जांच के अलावा 17778 लैब जांच की गई है। विभिन्न जिलों में 10 जीवनधारा वैन सेवाएं दे रही हैं।
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश के सात जिलों के दूरदराज के क्षेत्रों में मोबाइल प्राथमिक स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र (जीवनधारा) के माध्यम से 955 शिविर लगाए जा चुके हैं। इस दौरान 32569 ओपीडी जांच के अलावा 17778 लैब जांच की गई है। कांगड़ा, मंडी, शिमला, चंबा, कुल्लू, सिरमौर और सोलन जिले में 10 जीवनधारा वैन सेवाएं दे रही हैं। प्रदेश के दूरदराज, दुर्गम और सुविधाओं के अभाव वाले क्षेत्रों के लोगों को घरद्वार पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की गई है।
जीवनधारा के माध्यम से लोगों को घर के समीप निशुल्क चिकित्सा परामर्श के साथ दवाएं और बीपी, शुगर व कैंसर जैसी बीमारियों की जांच की सुविधा चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही है। यह सुविधा उन ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है जिन्हें इन बीमारियों की जांच के लिए भी शहर या बड़े अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। प्रदेश में पिछले साल 18 को जीवनधारा मोबाइल वैन की शुरुआत हुई थी। विशेष रूप से कोविड के दौरान लोग अस्पताल आने से कतरा रहे थे तो उन्हें घरद्वार पर बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने की पहल की गई।
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जीवनधारा मोबाइल वैन दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है। इनका उपयोग प्राकृतिक और मानव सृजित आपदाओं, महामारी जैसे कोविड-19 से प्रभावित लोगों को सेवा प्रदान करने में भी किया जा रहा है।
-डा. राजीव सैजल, स्वास्थ्य मंत्री हिमाचल प्रदेश