आरोप: ज्वालामुखी भाजपा में कई नेताओं को चार-चार पद और निष्‍ठावान कार्यकर्ता किए जा रहे दरकिनार

Jawalamukhi BJP Dispute ज्वालामुखी मंडल भाजपा में घमासान जोरों पर चल रहा है। हालांकि पार्टी हाईकमान धीरे-धीरे निष्कासित किए गए लोगों को बहाल कर उनको नई जिम्मेदारियां सौंप रही है परंतु आज भी कई लोगों को नजरअंदाज किया जा रहा है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Thu, 19 Aug 2021 11:48 AM (IST) Updated:Thu, 19 Aug 2021 11:48 AM (IST)
आरोप: ज्वालामुखी भाजपा में कई नेताओं को चार-चार पद और निष्‍ठावान कार्यकर्ता किए जा रहे दरकिनार
ज्वालामुखी मंडल भाजपा में घमासान जोरों पर चल रहा है।

ज्वालामुखी, संवाद सहयोगी। Jawalamukhi BJP Dispute, ज्वालामुखी मंडल भाजपा में घमासान जोरों पर चल रहा है। हालांकि पार्टी हाईकमान धीरे-धीरे निष्कासित किए गए लोगों को बहाल कर उनको नई जिम्मेदारियां सौंप रही है, परंतु आज भी कई लोगों को नजरअंदाज किया जा रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व पंचायत प्रधान पुरानी प्रकाश राणा और पूर्व पंचायत उप प्रधान एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता ठाकुर कहर सिंह ने कहा उन्होंने कई सालों तक पार्टी की निस्‍वार्थ भाव से सेवा की है। परंतु कुछ चापलूस और स्वार्थी लोग जो अक्सर नेताओं की गणेश परिक्रमा करते हैं और गाहे-बगाहे ही पार्टी के कार्यक्रमों में आते हैं उन जैसे लोग चार-चार पदों पर विराजमान हैं। ऐसे लोग निष्ठावान पुराने कार्यकर्ताओं के मान सम्मान पर कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। उनका भी अधिकार है कि वे भी अध्यक्ष उपाध्यक्ष और महासचिव जैसे पदों पर विराजमान हो सकते हैं। लेकिन कुछ लोग पुराने निष्ठावान कार्यकर्ताओं को दरकिनार करके नए लोगों को आगे लाने का काम कर रहे हैं।

वहीं विधायक रमेश धवाला जैसे ईमानदार नेता के विरुद्ध जहर उगलने वालों को इनाम स्वरूप संगठन और सरकार में महत्वपूर्ण पद बांटे जा रहे हैं। उन्होंने हैरानी जताई कि पार्टी आलाकमान के निर्देश पर सभी भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को जिन्होंने पार्टी संगठन और सरकार के खिलाफ बयानबाजी की थी और उनको निष्कासित किया गया था। उनको धीरे-धीरे पार्टी में बहाल किया जा रहा है। लेकिन ज्वालामुखी शहर के लोकप्रिय और मिलनसार नेता रामस्वरूप शास्त्री जैसे ईमानदार लोगों को नीचा दिखाने के लिए उनकी बहाली के रास्ते रोके जा रहे हैं, जबकि रमेश धवाला के क्षेत्र से बाहर होने पर उनके अधिकांश कार्य रामस्वरूप शास्त्री ही देखते हैं। जिसका पूरे विधानसभा क्षेत्र में पार्टी नेताओं को कार्यकर्ताओं में रोष देखा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि रामस्वरूप शास्त्री हिमाचल प्रदेश संस्कृत शिक्षक परिषद के प्रदेश अध्यक्ष जैसे बड़े पद पर रह चुके हैं। कर्मचारी वर्ग पर उनका पूरा प्रभाव रहा है कई सालों तक संगठन का अनुभव उनके पास है। हिमाचल प्रदेश राज्य अध्यापक पुरस्कार विजेता रहे हैं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने उन्हें उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया है। ऐसे व्यक्ति को इस तरह से एक षड्यंत्र के तहत  प्रताड़ित करना अपने आप में एक गुनाह है। उन्होंने कहा जब गुनाह एक है तो सजा भी एक होनी चाहिए यदि निकालना है तो सभी को निकाल दीजिए और वापस लेना है तो सभी को वापस लीजिए इसमें भाई भतीजावाद नहीं चलने दिया जाएगा। पार्टी और संगठन सभी भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का एक समान है किसी की बपौती नहीं है यहां पर तानाशाही नहीं चलने दी जाएगी।

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