एसपी कुल्‍लू गौरव सिंह की जगह आइपीएस गुरदेव शर्मा ने संभाला कार्यभार, नशा माफ‍िया के खिलाफ रहेगी जंग

SP Kullu आइपीएस गुरदेव शर्मा ने शुक्रवार को कुल्लू पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभाल लिया। इससे पहले तत्कालीन एसपी गौरव सिंह ने कार्यभार सौंपने की औपचारिकताएं पूरी की। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिले में नशे के कारोबार पर अंकुश लगाना प्राथमिकता रहेगी।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sat, 26 Jun 2021 10:43 AM (IST) Updated:Sat, 26 Jun 2021 10:43 AM (IST)
एसपी कुल्‍लू गौरव सिंह की जगह आइपीएस गुरदेव शर्मा ने संभाला कार्यभार, नशा माफ‍िया के खिलाफ रहेगी जंग
आइपीएस गुरदेव शर्मा ने शुक्रवार को कुल्लू पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभाल लिया।

कुल्लू, संवाद सहयोगी। SP Kullu, आइपीएस गुरदेव शर्मा ने शुक्रवार को कुल्लू पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभाल लिया। इससे पहले तत्कालीन एसपी गौरव सिंह ने कार्यभार सौंपने की औपचारिकताएं पूरी की। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिले में नशे के कारोबार पर अंकुश लगाना प्राथमिकता रहेगी। सरकार ने भुंतर में हुए ताजा विवाद के बीच भारतीय पांचवीं रिजर्व बटालियन बस्सी में बतौर कमांडेंट गुरदेव शर्मा को कुल्लू पुलिस अधीक्षक लगाया है। 2009 बैच के आइपीएस गुरदेव शर्मा बिलासपुर जिले के रहने वाले हैं। गुरदेव शर्मा 1997 बैच के एचपीएस अधिकारी हैं।

बतौर एचपीएस अधिकारी उन्होंने प्रदेश भर में सेवाएं दी हैं। इसमें ठियोग, सरकाघाट, मंडी, सुंदरनगर, हमीरपुर और शिमला शामिल है। 2009 बैच में इनकी इंडक्शन बतौर आइपीएस हुई। इसके बाद इन्होंने एसपी बद्दी, एसपी विजिलेंस, एसपी कम्यूनिकेशन एंड टेक्नीकल सर्विसिज, एआइजी हेडक्वार्टर, एसपी किन्नौर और एसपी मंडी, कमांडेंट पांचवीं आरइआरबी, यूएन मिशन के दौरान सूडान में भी सेवाएं दे चुके हैं। गुरदेव शर्मा को आपराधिक मामलों को सुलझाने की श्रेष्ठ क्षमता है इसी आधार पर उन्हें राष्ट्रपति पुलिस मेडल से नवाजा जा चुका है।

गौरव सिंह का निलंबन रद करने के लिए एकजुट हुए लोग

कुल्लू। पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह को जनसमर्थन मिल रहा है। स्वदेशी जागरण मंच के पूर्व प्रांत सहसंयोजक जनकराज मोदगिल ने गौरव सिंह के निलंबन को रद करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि गौरव सिंह ने पुलिस अधीक्षक रहते हुए कुल्लू में नशा माफिया, यातायात अव्यवस्था व अन्य गतिविधियों पर लगाम लगाई है। उन्होंने कहा कि गौरव सिंह ने कुल्लू घाटी को नशामुक्त बनाने के लिए विशेष अभियान चलाए थे जिसकी सराहना विभिन्न स्तरों पर हो चुकी है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे नेक अधिकारी को कनिष्ठ अधिकारी की ओर से भड़काए जाने पर क्षणिक गुस्से से जूझना पड़ा जो कि जांच का विषय है। पूरे मामले की निष्‍पक्ष जांच की जानी चाहिए व ईमानदार अधिकारी को निलंबन रद किया जाना चाहिए।

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