रेड जोन में लापरवाही का ग्रीन सिग्नल

रक्षपाल धीमान नगरोटा सूरियां पौंग बांध में बर्ड फ्लू से विदेशी परिंदों की मौत के बाद बेश

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Jan 2021 06:44 AM (IST) Updated:Thu, 07 Jan 2021 06:44 AM (IST)
रेड जोन में लापरवाही का ग्रीन सिग्नल
रेड जोन में लापरवाही का ग्रीन सिग्नल

रक्षपाल धीमान, नगरोटा सूरियां

पौंग बांध में बर्ड फ्लू से विदेशी परिंदों की मौत के बाद बेशक प्रशासन ने इस क्षेत्र को रेड जोन घोषित किया है। यहां सभी गतिविधियों पर रोक लगाई है लेकिन ग्रामीणों का लापरवाही का ग्रीन सिग्नल सभी लोगों पर भारी पड़ सकता है। ग्रामीण प्रतिबंधित क्षेत्र में दुधारू पशुओं को सरेआम छोड़ रहे हैं।

हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से वन्य प्राणी विभाग झील के साथ लगते गांवों में ग्रामीणों को सचेत कर रहा है कि पशुओं को चराने के लिए नहीं छोड़ें। नगरोटा सूरियां के पास बांध क्षेत्र में लोग दुधारू पशुओं को चराने के लिए छोड़ रहे हैं। लगातार मृत मिल रहे विदेशी परिंदों ने वन्य प्राणी विभाग समेत स्थानीय प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी है। क्षेत्र में अब कौवे भी मरने शुरू हो गए हैं। साथ ही कुत्ते अब मृत परिदों पर झपट रहे हैं। ऐसे बर्ड फ्लू का संक्रमण अन्य जानवरों में भी फैलने का अंदेशा है। 28 दिसंबर से पौंग बांध क्षेत्र में विदेशी परिदों के मरने का सिलसिला शुरू हुआ था। 31 दिसंबर को पौंग बांध क्षेत्र में पर्यटन सहित अन्य गतिविधियों पर रोक लगा दी थी।

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वीरवार को नगरोटा सूरियां में स्थिति का जायजा लिया जाएगा। पौंग झील क्षेत्र में पशुओं को रोकने की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन को सौंपी है।

-राहुल रोहाणे, डीएफओ

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रेड जोन क्षेत्र में पशुओं को चराने वालों पर 50 हजार रुपये जुर्माना किया जाएगा। साथ ही सजा का प्रावधान भी किया है। पुलिस झील क्षेत्र में चौकसी बनाए हुए है।

-सुरिंदर राणा, पुलिस चौकी प्रभारी नगरोटा सूरियां

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कैचमेंट एरिया के बाहर दफनाए जाएंगे पक्षी

-जलशक्ति विभाग ने बांध के पानी के सैंपल लेकर शुरू की जांच

जागरण टीम, धर्मशाला : केंद्र सरकार ने पशुपालन विभाग को पौंग बांध सेंक्चुअरी के कैचमेंट एरिया से बाहर मृत परिंदों को विज्ञानी तरीके से दफनाने के निर्देश दिए हैं। पशुपालन विभाग के उपनिदेशक संजीव धीमान ने सभी 18 रैपिड रिस्पांस टीमों को निर्देश दिए हैं कि अपने-अपने क्षेत्र में मृत मिलने वाले परिदों को दफनाते समय पीपीई किट समेत अन्य उपकरणों का इस्तेमाल करें।

साथ ही पौंग बांध से लिए पानी के सैंपलों की जांच लैब में जलशक्ति विभाग ने शुरू कर दी है। आगामी एक-दो दिन में इसकी रिपोर्ट आ जाएगी। उपायुक्त कांगड़ा सात जनवरी को पौंग बांध का दौरा कर स्थिति का जायजा लेंगे।

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पौंग बांध से पानी के तीन सैंपल वन्य प्राणी विभाग ने भेजे हैं। इनकी जांच शुरू कर दी है और एक-दो दिन में रिपोर्ट आ जाएगी।

-सरवन ठाकुर, अधिशाषी अभियंता जलशक्ति विभाग मंडल धर्मशाला।

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केंद्र सरकार ने बांध के कैचमेंट एरिया से बाहर मृत मिलने वाले परिदों को दफनाने की जिम्मेदारी विभाग को सौंपी है। इस बावत टीमों को निर्देश दे दिए हैं।

-संजीव धीमान, उपनिदेशक पशुपालन विभाग कांगड़ा।

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स्थिति नियंत्रण में हैं। अभी तक 3000 से ज्यादा विदेशी परिदों की मौत हो चुकी है। फतेहपुर में भी कौवे मरे हैं। मैं पुलिस अधीक्षक के साथ सात जनवरी को मौके पर जाऊंगा।

-राकेश कुमार प्रजापति, उपायुक्त कांगड़ा।

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