सैकड़ों देवलुओं व कारकूनों संग कुल्लू दशहरा के लिए रवाना हुईं माता डिडिम्बा, देव नीति में राजनीति न लाने का संदेश
International Kullu Dussehra देव महाकुंभ कुल्लू दशहरा के लिए देवी हिडिम्बा अपने कारकूनों और हरियानों के साथ रवाना हो गई। माता हिडिम्बा परिसर से पीडब्ल्यूडी रेस्ट कैंप तक पर्यटकों सहित हजारों श्रद्धालुओं ने सुख समृद्धि का आशीर्वाद लिया।
मनाली, जसवंत ठाकुर। International Kullu Dussehra, देव महाकुंभ कुल्लू दशहरा के लिए देवी हिडिम्बा अपने कारकूनों और हरियानों के साथ रवाना हो गई। माता हिडिम्बा परिसर से पीडब्ल्यूडी रेस्ट कैंप तक पर्यटकों सहित हजारों श्रद्धालुओं ने सुख समृद्धि का आशीर्वाद लिया। इस बीच मनाली क्षेत्र देव वाद्य यंत्रों से गूंज उठा। इस दौरान लोक निर्माण विभाग की ओर से रेस्ट कैंप में देवलुओं को देव भोज भी दिया गया। हालांकि इस बार भी कुल्लू दशहरे पर कोरोना वायरस के बादल पूरी तरह से छंटे नहीं हें, जिस कारण व्यापारिक गतिविधियां नहीं होंगी। लेकिन देव कार्य पूरी देव विधि से संपन्न होंगे। पिछले साल सिर्फ सात ही देवी-देवाताओं को दशहरा में आने की अनुमति दी गई थी। लेकिन इस बार सवा दो सौ से अधिक देवी देवता हरयानों और कारकूनों के साथ दशहरे में शिरकत करने आ रहे हैं।
जाने से पहले देवी ने कही सब कुछ ठीक रहने की बात
माता हिडिम्बा ने गूर के माध्यम से बताया कि लोग देव नीति में राजनीति न लाएं। उन्होंने कहा दशहरे में कोई रुकावट नहीं आएगी और उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। माल रोड में पत्रकारों से बातचीत में गूर देवी सिंह ने बताया आज माता रामशिला में हुनमान मंदिर पहुंचेगी और सुबह राज महल सुल्तानपुर जाएंगी।
देवलुओं की करवाई वैक्सीनेशन
हिडिम्बा माता के कारदार रघुवीर नेगी ने बताया इस बार भी कोरोना का कहर थमा नहीं है। उन्होंने कहा माता के साथ जाने वाले अधिकतर कारकूनों व देवलुओं ने कोरोना के दोनों टीके लगवा लिए हैं, जो लोग शेष रह गए हैं उन्हें पतलीकूहल व कुल्लू में भी टीके लगाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया जिला प्रशासन की ओर से जारी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा।
शुक्रवार को ढालपुर मैदान पहुंचेंगी माता हिडिम्बा
शुक्रवार सुबह माता हिडिम्बा रामशिला के हुनमान मंदिर से कुल्लू पंहुचेगी। वहां पर भगवान रघुनाथ जी की छडी माता को लेने के लिए रामशिला स्थान पर लाई जाएगी। माता भगवान रघुनाथ के मन्दिर के प्रस्थान करेंगी। माता के वहां पर पूरे रिति-रिवाज से पूजा के बाद भगवान रघुनाथ मन्दिर से बाहर आएंगे। भगवान रघुनाथ और सभी देवी-देवता रथ मैदान के लिए रवाना होंगे। रथ मैदान पहुंचते ही शोभायात्रा आरंभ होगी।