पर्यावरण व पारंपरिक कला को सहेजने की पहल

जागरण संवाददाता धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय परियोजना शक्ति कला शिविर मैराथन का आयोजन कांगड़

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 05:43 AM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 05:43 AM (IST)
पर्यावरण व पारंपरिक कला को सहेजने की पहल
पर्यावरण व पारंपरिक कला को सहेजने की पहल

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : अंतरराष्ट्रीय परियोजना शक्ति कला शिविर मैराथन का आयोजन कांगड़ा आर्ट प्रमोशन सोसायटी की ओर से मैक्लोडगंज में किया गया। इस दौरान दो दिन तक स्थानीय कलाकारों को अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला। आयोजन में पर्यावरण व पारंपरिक कला को सहेजने की पहल की गई।

कार्यक्रम के संयोजक मनु ने बताया कि शिविर में पारंपरिक कांगड़ा कला के कलाकारों के साथ काम किया। उन्होंने बताया कि इसी साल मई-जून में हिमाचल में वार्षिक परियोजना आर्ट ईको, सोशल कल्चर प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा और पर्यावरण और पारंपरिक कला को सहेजना उद्देश्य रहेगा। इस बार कांगड़ा कला पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। आर्ट ईको 2021 का आयोजन कई शहरों में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के समूह हर शहर में सात से 10 दिन रहेंगे और स्थानीय कलाकारों के साथ काम करेंगे। कार्यक्रम समाज में महिलाओं के सशक्तीकरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि श्रेयांशी इंटरनेशनल नियमित रूप से मानवीय परियोजनाओं का आयोजन करता है और कलाकारों से कुछ भी शुल्क नहीं लिया जाता है। साथ ही विद्यार्थियों, समाज व समुदाय को प्रेरित करने व उन्हें कला को प्रदर्शित करने के लिए मंच प्रदान किया जाता है। शक्ति कला शिविर को संस्कृति मंत्रालय, दिल्ली ललित कला अकादमी, राजस्थान ललित कला अकादमी, चंडीगढ़ ललित कला अकादमी, कांगड़ा आर्ट प्रमोशन सोसायटी मैक्लोडगंज, खालसा कॉलेज (अमृतसर) और यूआइटी टाउन हॉल बीकानेर का भी सहयोग मिल रहा है। प्रत्येक शहर में स्थानीय सहयोगी जुड़े हैं।

उन्होंने बताया कि शक्ति कला शिविर मैराथन 2021 13 फरवरी को दिल्ली से शुरू हुआ और 21 मार्च तक जयपुर में जारी रहेगा। आयोजन में कई देशों के कलाकार भाग ले रहे हैं।

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