कोरोना महामारी में भी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तरस रहे इंदौरा के लोग

स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर इंदौरा विधानसभा क्षेत्र आज भी पिछड़ा हुआ है पिछले लगभग तीन वर्ष पूर्व इंदौरा अस्पताल को 50 बेड की स्वीकृति प्रदान की गई थी परंतु तीन वर्ष बीत जाने के बाद अभी भी इंदौरा के इस सरकारी अस्पताल में 10 ही बेड हैं।

By Richa RanaEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 04:00 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 04:00 PM (IST)
कोरोना महामारी में भी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तरस रहे इंदौरा के लोग
इंदौरा में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लोग तरस रहे हैं।

इंदौरा, रमन कुमार। स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर इंदौरा विधानसभा क्षेत्र आज भी पिछड़ा हुआ है पिछले लगभग तीन वर्ष पूर्व  इंदौरा अस्पताल को 50 बेड की स्वीकृति प्रदान की गई थी परंतु तीन वर्ष बीत जाने के बाद अभी भी इंदौरा के इस सरकारी अस्पताल में 10 ही बेड हैं।

आज जब कोरोना महामारी जिला कांगड़ा में प्रचंड रूप धारण किए हुए हैं ओर लोग भी इस महामारी के कारण सहमे हुए हैं इस नाजुक समय में इंदौरा में स्वास्थ्य सुविधाओं का ये हाल है कि यहां ना तो एंबुलेंस है और ना ही यहां कोई कोविड सेंटर है।

अब प्रशन है उठता है कि इतनी बड़ी आबादी वाले क्षेत्र में अब तक कोई भी कोविड सेंटर क्यों नहीं बनाया गया, क्या कारण है कि प्रदेश सरकार इस विधानसभा क्षेत्र को अनदेखा कर रही है और यहां के लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलबाड़ कर रही है, अगर इस महामारी के दौरान कोई भी कोविड पेशेंट  इंदौरा के इस सरकारी हस्पताल में आता है तो उसे यहां से या तो राजा का तालाब कोविड सेंटर या फिर टांडा हस्पताल भेज दिया जाता है।

परंतु उस कोविड पेशेंट को यहां से टांडा या राजा का तालाब तक ले जाने के लिए ना तो यहां 108 एंबुलेंस है और न ही इस अस्पताल की कोई एंबुलेंस।

इंदौरा अस्पताल में लगभग दो वर्ष पूर्व वी-गार्ड कंपनी द्वारा सीएसआर एक्टिविटी के तहत एक नई एंबुलेंस दान की गई थी, जो अस्पताल के गैराज में पिछले दो वर्षों से धूल फांक रही है। जिसका कारण यह है कि इंदौरा के इस सरकारी अस्पताल में ड्राइवर का पद पिछले लगभग तीन वर्षों से रिक्त पड़ा है। जिसकी ओर ना तो इस विधानसभा क्षेत्र की विधायक का ध्यान गया और न ही हिमाचल की जय राम सरकार ने इस क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य के प्रति कोई दृढ़ता दिखाई है। इंदौरा क्षेत्र के लोगों का स्वास्थ्य पिछले तीन वर्षों से राम भरोसे पर ही है।

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