हक के लिए किसान संघ ने बुलंद की आवाज
संवाद सहयोगी धर्मशाला भारतीय किसान संघ जिला कांगड़ा ने मांगों के समर्थन में धर्मशाला में
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : भारतीय किसान संघ जिला कांगड़ा ने मांगों के समर्थन में धर्मशाला में प्रदर्शन किया। इस दौरान संघ के प्रदेश संगठन मंत्री हीरराम, प्रदेश मंत्री रोशन लाल चौधरी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शिवपाल सिंह सिपहिया, जिला अध्यक्ष होशियार सिंह पठानिया, जिला मंत्री रविकांत अभिलाषी एवं सभी खंडों के खंड अध्यक्षों व मंत्रियों ने उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा।
हीर राम ने कहा कि किसान को उसकी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य दिया जाए। कृषि उत्पादों के मूल्यों को हमेशा नियंत्रित रखा गया है। न्यूनतम समर्थन मूल्य तय होने पर भी मंडियों में किसानों की ऊपर उससे कम मूल्य में बिकती है।
केंद्र सरकार द्वारा अलग-अलग प्रकार की कई योजनाएं चल रही है, लेकिन मुख्य विषय जो किसानों के अशांति का कारण बना हुआ है। किसानों को उनकी उपज का लागत आधारित मूल्य नहीं मिलना है भारतीय किसान संघ का मत है कि किसान को आदान पूर्ति करता उसकी उपज का व्यापार करने वाले तथा उद्योग चलाने वाले सभी तो फल फूल रहे हैं। संपन्न हो रहे हैं फिर उसमें किसान क्यों कर्जदार और गरीब से और गरीब होता जा रहा है बाजार भाव एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य में भी सैकड़ों का अंतर है। फिर एक दो प्रांतों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ और शेष देश भर का किसान वंचित रहे तो कोई तो समाधान जरूरी हो ही जाता है। होशियार सिंह पठानिया ने कहा कि किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य देना होगा। एक बार घोषित मूल्य के बाद उसके अदाओं में होने वाली महंगाई का भुगतान के समायोजन करते हुए महंगाई के अनुपात में वास्तविक मूल्य चुकाना होगा।
किसान सभा ने पीएम से आग्रह किया है कि किसानों की मांगों को लेकर जल्द तो सकारात्मक कदम उठाएं जाएं। यदि 10 दिन में कोई आमंत्रण सूचना पत्र नहीं हुआ तो भारतीय किसान संघ अगले कदम की ओर बढ़ेगा। आशा है कि किसान को खेती से हटाकर सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा।