बद्दी में दवा व मिनरल वाटर बनाने वाली कंपनी में इनकम टैक्‍स विभाग की रेड, रिकार्ड खंगाल दस्तावेज ले गई टीम

Income Tax Department Raid दवा व मिनरल वाटर बनाने वाली कंपनी के हिमाचल यूनिटों पर बुधवार को आयकर विभाग ने दबिश दी। बुधवार सुबह सात बजे टार्क फार्मास्यूटिक्लस की बद्दी व झाड़माजरी यूनिट को आयकर विभाग की टीम ने सील कर दिया।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 10:04 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 10:04 AM (IST)
बद्दी में दवा व मिनरल वाटर बनाने वाली कंपनी में इनकम टैक्‍स विभाग की रेड, रिकार्ड खंगाल दस्तावेज ले गई टीम
दवा व मिनरल वाटर बनाने वाली कंपनी के हिमाचल यूनिटों पर बुधवार को आयकर विभाग ने दबिश दी।

बद्दी, संवाद सहयोगी। Income Tax Department Raid, दवा व मिनरल वाटर बनाने वाली कंपनी के हिमाचल यूनिटों पर बुधवार को आयकर विभाग ने दबिश दी। बुधवार सुबह सात बजे टार्क फार्मास्यूटिक्लस की बद्दी व झाड़माजरी यूनिट को आयकर विभाग की टीम ने सील कर दिया। झाड़माजरी स्थित प्लांट की सुबह सात बजे शिफ्ट शुरू होनी थी। लेकिन शिफ्ट शुरू होने से पहले ही आयकर विभाग की छह गाडिय़ां पहुंची व प्लांट को सील कर दिया। उद्योग का जो स्टाफ अंदर था वह अंदर रह गया और जो बाहर थे वह बाहर ही रह गए। प्लांट के अंदर जाकर आयकर विभाग की टीम ने सभी के मोबाइल फोन कब्जे में लिए और जांच शुरू की। इसके बाद दस्तावेज खंगाले और उन्हें साथ ले गई।

टार्क फार्मास्यूटिक्ल कंपनी के पंजाब, हरियाणा, हिमाचल सहित देशभर में स्थित यूनिट में आयकर विभाग की टीम ने दबिश दी है। विभाग के पास पुख्ता सुबूत हैं कि कंपनी के आयकर रिटर्न में गड़बड़ है। कंपनी के मालिक के घर पर भी दबिश दी गई, लेकिन इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं है।

सवा सात बजे बजे जैसे ही आयकर विभाग गुरुग्राम की टीम साईं रोड गुल्लरवाला और झाड़माजरी के एलंबिक चौक के समीप प्लांट पर पहुंची तो सिक्योरिटी समेत कंपनी प्रबंधकों के होश उड़ गए। चंद मिनटों में दोनों प्लांटों को सील कर दिया गया।

टार्क फार्मास्यूटिकल कंपनी कैप्सूल, टैवलेट, ड्राई सिरप, आरल सिरप, इंजेक्शन समेत स्किन क्रीम, शैंपू व आयुर्वेदिक उत्पादों सहित अन्य उत्पादों का निर्माण करती है। कंपनी का झाड़माजरी में सिरप बनाने का कारखाना है, तो गुल्लरवाला में मिनरल वाटर का निर्माण किया जाता है। एएसपी बद्दी नरेंद्र कुमार ने कहा कि आयकर विभाग ने पुलिस की मदद मांगी थी, जिस पर हमने उपलब्ध करवा दी थी। छापेमारी के बारे में हमें कुछ पता नहीं है। संबधित विभाग ही जानता है कि क्या मसला है।

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