बरसात के मौसम में मलेरिया व डेंगू से रखें बचाव
गर्मियों व बरसात में होने वाले रोगों से बचाव के लिए जरूरी है कि समय समय पर एहतियात रखी जाए और रक्त की जांच की जाए। बरसात में कोई बुखार मलेरिया व डेंगू भी हो सकता है। इस लिए एहतियात रखने की जरूरत है।
धमेटा, जेएनएन। गर्मियों व बरसात में होने वाले रोगों से बचाव के लिए जरूरी है कि समय समय पर एहतियात रखी जाए और रक्त की जांच की जाए। बरसात में कोई बुखार मलेरिया व डेंगू भी हो सकता है। इस लिए एहतियात रखने की जरूरत है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रे के चिकित्सा अधिकारी डाक्टर अनुज ने बताया कि अब गर्मियों के मौसम और फिर बरसात आने वाली है। इस वजह से मलेरिया-डेंगू होने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि मलेरिया एक तेज बुखार वाली संक्रामक बीमारी है जो एक सूक्ष्म जीव मलेरिया पैरासाइट द्वारा होती है। जिसे अनफ्लिज मादा मच्छर एक मलेरिया रोगी से ग्रहण करके अन्य स्वस्थ्य व्यक्तियों तक पहुंचाती है।
मलेरिया संक्रमण किसी भी आयु के व्यक्ति को हो सकता है। उन्होंने मलेरिया के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि मलेरिया-डेंगू की तीन अवस्थाएं होती है। जिस में शीत वाली अवस्था मे तेज सर्दी, शरीर मे कंपकपी सिर में दर्द खूब कपड़े ओढ़ना तथा गर्मी वाली अवस्था मे तेज बुखार, ओढ़े व पहने हुए कपड़े उतार फेकना और पसीने वाली अवस्था मे अधिक पसीने के साथ बुखार उतारना व कमजोरी महसूस होना है। डेंगू से प्लेंटनेट सेल कम हो जाते हैं।
खून की जांच करवाएं
कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है किसी भी सरकारी अस्पताल, स्वास्थ्य उपकेंद्र, स्वास्थ्य कार्यकर्ता के दौरे पर जांच के लिए रक्त पटिका की सूक्ष्म दर्शी द्वारा जांच पर मलेरिया की पुष्टि होने पर मूल उपचार मुफ्त दिया जाता है। मलेरिया के लिए खून की जांच व उपचार निःशुल्क किये जाते है उन्होंने लोगों से इन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आग्रह किया है, ताकि मलेरिया फैलने से रोक लगाई जा सके ।