Himcare Card : आइजीएमसी के एमएस डा. जनक राज बोले, पहली जनवरी से बना सकते हैं हिमकेयर के कार्ड

Himcare Card आइजीएमसी के एमएस डा. जनक राज ने कहा कि पहली जनवरी से स्वास्थ्य विभाग की ओर से हिमकेयर पोर्टल शुरू किया जा रहा है। इसके तहत लोग अपने कार्ड का नवीनीकरण करवा सकते हैं। नए कार्ड बनवा सकते हैं।

By Virender KumarEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 04:35 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 04:35 PM (IST)
Himcare Card : आइजीएमसी के एमएस डा. जनक राज बोले, पहली जनवरी से बना सकते हैं हिमकेयर के कार्ड
पहली जनवरी से हिमकेयर के कार्ड बना सकते हैं ।

शिमला, जागरण संवाददाता। Himcare Card, आइजीएमसी के एमएस डा. जनक राज ने कहा कि पहली जनवरी से स्वास्थ्य विभाग की ओर से हिमकेयर पोर्टल शुरू किया जा रहा है। इसके तहत लोग अपने कार्ड का नवीनीकरण करवा सकते हैं। नए कार्ड बनवा सकते हैं।

उन्होंने लोगों से अपील की कि नजदीकी लोक मित्र केंद्र में जाकर कार्ड की वैधता जरूर जांच लें, ताकि अस्पताल आने पर उन्हें कार्ड का इस्तेमाल करने में किसी प्रकार की परेशानी न आए। मरीज जब अस्पताल पहुंचते हैं तो कार्ड की वैधता समाप्त हो जाने और पारिवारिक सदस्यों का नाम सही से दर्ज न होने के कारण काफी दिक्कत आती है। ऐसे में मरीजों को उचित इलाज मुहैया करवाने में अस्पताल प्रशासन असमर्थ रहता है। कई बार मरीज की जान पर भी खतरा बन आता है। इसीलिए समय रहते अपने कार्ड की वैधता और नाम सही प्रकार से दर्ज होना चाहिए। कार्ड एक्टिवेट करने में समय व्यर्थ न हो। अगर मरीज किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। उसके इलाज में पांच लाख रुपये से अधिक खर्च होने की संभावना होती है तो इसके लिए विशेष प्रक्रिया अपनाई जाती है, जहां विभाग के चिकित्सक कार्ड में राशि बढ़ाने के लिए प्रार्थना पत्र (रिक्वेस्ट लेटर) जारी करते हैं। अस्पताल में हिमकेयर योजना के बेहतर कार्यान्वयन के लिए चार प्रशासनिक अधिकारी और दो नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट तैनात किए हैं जो कि सुनिश्चित करते हैं कि अस्पताल में आए मरीजों को हिमकेयर योजना के तहत लाभ मिलने में किसी प्रकार की परेशानी न आये ।

अभी तक 31 हजार से ज्यादा लोगों को मिला है लाभ

इस योजना के तहत अस्पताल में मौजूदा समय तक 31261 मरीजों को विभिन्न बीमारियों के तहत इलाज से लाभान्वित किया गया। साल 2018 - 2019 में 2615 मरीजों पर चार करोड़, 46 लाख, 35 हजार 950 रुपये की राशि खर्च की गई। साल 2019 - 2020 में 10169 मरीजों पर 17 करोड़ 36 लाख 38 हजार 543 रुपये, साल 2020- 2021 में 11078 मरीजों पर 21 करोड़ 93 लाख, 86 हजार 286 रुपये, साल 2021 में अभी तक 7399 मरीजों पर 13 करोड़ 92 लाख, 63 हजार 813 रुपये खर्च किए गए हैं। इसी दिशा में सरकार की ओर से अस्पताल में पिछले दिनों मुफ्त जांच योजना शुरू की गई थी, जहां सभी श्रेणियों के मरीजों के 56 प्रकार के टेस्ट मुफ्त करवाए जाते हैं।

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