तपोवन में सवर्ण आयोग की मांग न की पूरी तो होगा उग्र आंदोलन: रुमित

तपोवन विधानसभा में जब तक प्रदेश की सरकार सवर्ण आयोग गठन का एलान नहीं करती तब तक तपोवन का घेराव किया जाएगा। जिसके तहत न तो किसी को विधानसभा के गेट के अंदर जाने दिया जाएगा और न ही अंदर से किसी को बाहर आने दिया जाएगा।

By Richa RanaEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 05:00 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 05:00 PM (IST)
तपोवन में सवर्ण आयोग की मांग न की पूरी तो होगा उग्र आंदोलन: रुमित
जब तक प्रदेश की सरकार सवर्ण आयोग गठन का एलान नहीं करती तब तक तपोवन का घेराव किया जाएगा।

जवाली, संवाद सूत्र। तपोवन विधानसभा में जब तक प्रदेश की सरकार सवर्ण आयोग गठन का एलान नहीं करती तब तक तपोवन का घेराव किया जाएगा। जिसके तहत न तो किसी को विधानसभा के गेट के अंदर जाने दिया जाएगा और न ही अंदर से किसी को बाहर आने दिया जाएगा। तपोवन में सभी विधायकों की गंगाजल से शुद्धि की जाएगी। यह बात देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर ने जवाली में पहुंचने के बाद पत्रकार वार्ता के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि यह पैदल यात्रा 15 नवंबर से शुरू हुई थी और हरिद्वार से होते हुए जवाली पहुंची है। पिछले 50 सालों से भाजपा व कांग्रेस की सरकार सत्तासीन होती आ रही हैं, जिन्होंने हमेशा ही सत्तासीन होने के लिए सवर्णों के साथ वोटों की राजनीति की, लेकिन सवर्णों के हित के लिए कुछ भी नहीं किया। उन्होंने कहा कि हर सरकार के मुखिया समक्ष सवर्ण आयोग के गठन की मांग की गई, लेकिन मांग को अनसुना किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी सवर्ण आयोग गठन के लिए चार बार वायदा किया, लेकिन उसके बाद कोई भी कार्रवाई नहीं की, लेकिन अब अनदेखी को ज्यादा सहन नहीं किया जाएगा।

चुनावों के समय तो पार्टियों को सवर्णों की याद आती है जबकि जीत हासिल करने के बाद कुछ भी नहीं किया जाता है जबकि सरकार में मुख्यमंत्री सहित अधिकतर विधायक, मंत्री भी सवर्ण जाति से ही संबंध रखते हैं, लेकिन इसके बाद भी सवर्णों के हितार्थ कुछ भी नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि संगठन का लक्ष्य मजबूत है। उन्होंने चेताया है कि अगर प्रदेश सरकार ने सवर्ण आयोग गठन की मांग को पूरा नहीं किया तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा। इससे पहले यात्रा का जवाली पहुंचने पर स्वागत किया गया।

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