सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खैरा में रिक्त पद जल्द न भरे तो होगा आंदोलन

भवारना में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खैरा में जो कि जयसिंहपुर व सुलह विधानसभा क्षेत्र की 40 हज़ार आबादी के स्वास्थ्य का जिम्मा संभाले सीएचसी खैरा में लंबे समय से खाली पड़े विभिन्न श्रेणियों पदों को तत्काल भरा जाए। जल्द पद नहीं बरे गए तो आंदोलन छेड़ा जाएगा।

By Richa RanaEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 03:22 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 03:22 PM (IST)
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खैरा में रिक्त पद जल्द न भरे तो होगा आंदोलन
कांगडा के ज़िला सचिव अशोक कटोच ने प्रदेश सरकार से मांग की है ।

पालमपुर, संवाद सहयोगी। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ( मार्क्सवादी ) ज़िला कांगडा के ज़िला सचिव अशोक कटोच ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि चिकित्सा खंड भवारना के तहत आने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खैरा में जो कि जयसिंहपुर व सुलह विधानसभा क्षेत्र की 40 हज़ार आबादी के स्वास्थ्य का जिम्मा संभाले सीएचसी खैरा में लंबे समय से खाली पड़े विभिन्न श्रेणियों पदों को तत्काल भरा जाए। जल्द पद नहीं बरे गए तो आंदोलन छेड़ा जाएगा।

अशोक कटोच ने बताया कि प्राप्त जानकारी अनुसार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खैरा, स्टाफ़ की गंभीर कमी से जूझ रहा है। 24 गुणा सात की श्रेणी में शुमार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खैरा, एक डाइटरी स्वास्थ्य संस्थान है, जिसमें 30 बिस्तरों सहित 34 पदों की मंज़ूरी है परंतु हक़ीकत में यहां सृजित पदों से आधे से भी कम स्टाफ से ही काम चलाया जा रहा है। हालांकि सरकार की नवउदारीकरण की नीतियों के चलते पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधायें चरमरा गयी हैं। लेकिन इस ग्रामीण इलाके में स्थित अस्पताल में स्टाफ की कमी से आम जनता भारी परेशानी का सामना कर रही हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना काल से रुटीन वैक्सीन लगने व कोरोना जांच केंद्र भी होने से अस्प्ताल में लोड बढ़ा है।

इसके विपरीत अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी की प्रतिनियुक्ति भी कोविड मेक शिफ्ट अस्पताल परौर में लगाई गई है। जिससे संस्थान की ज़िम्मेवारी मात्र दो महिला चिकित्सकों व एक चिकित्सक पर है जो दिन रात ड्यूटी व साथ में आपातकालीन सेवा व वैक्सीन व कोरोना जांच को भी अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने ने कहा कि सबसे बड़ी दिक्कत पैरामेडिकल स्टाफ की कमी से आ रही है। अस्प्ताल में स्वीकृत स्टाफ नर्स के चार पदों से तीन पर तैनात है। परंतु एक स्टाफ के मातृत्व अवकाश पर होने के कारण केवल दो स्टाफ नर्स द्वारा ही फार्मेसी व अन्य दिन रात सेवाओं दी जा रही है। क्योंकि फार्मासिस्ट के भी तीनों पद रिक्त है, यानि कि सात लोगों के काम को दो स्टाफ नर्स द्वारा किया जा रहा है।

34 में से 18 पद चल रहे हैं रिक्त, दी आंदोलन की चेतावनी

जून 2006 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्ज़ा प्राप्त अस्पताल में कुल स्वीकृत 34 पदों में से विभिन्न श्रेणियों के 18 पद रिक्त चल रहे है । प्राप्त जानकारी अनुसार सी एच सी खैरा में चीफ फार्मासिस्ट का एक पद, फार्मासिस्ट के दो, स्टाफ नर्स का एक, चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के चार, सफाई कर्मचारी के दो, माली का एक पद , एक्सरे तकनीशियन एक, लैब तकनीशियन एक, लिपिक का एक, ओटीए एक,दाई का एक, रसोइया एक सहित कुल 18 पद रिक्त चल रहे है । सीमित स्टॉफ से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों व कर्मियों को दर्जे अनुरूप सुविधाओं को सुचारू रूप से व्यवस्थित करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मार्क्सवादी पार्टी ने चेतावनी दी है कि जल्द पदों को न भरा गया तो स्थानीय जनता को इस मुद्दे पर आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ेगा।

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