ज्‍वालामुखी में चैत्र माह के नवरात्रों पर पड़ा कोरोना का साया बाजारों से रौनक गायब

विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में चैत्र माह के चल रहे नवरात्रों पर कोरोना का साया पड़ गया है जिसके चलते बाजारों से रौनक गायब हो गई है और मंदिर खाली नजर आने लगे हैं जिससे दुकानदारों के माथे पर चिंता की लकीरें देखी जा रही हैं।

By Richa RanaEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 07:36 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 07:36 AM (IST)
ज्‍वालामुखी में चैत्र माह के नवरात्रों पर पड़ा कोरोना का साया बाजारों से रौनक गायब
ज्वालामुखी मंदिर में चैत्र माह के चल रहे नवरात्रों पर कोरोना का साया पड़ गया है।

ज्वालामुखी, जेएनएन। विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में चैत्र माह के चल रहे नवरात्रों पर कोरोना का साया पड़ गया है जिसके चलते बाजारों से रौनक गायब हो गई है और मंदिर खाली नजर आने लगे हैं जिससे दुकानदारों के माथे पर चिंता की लकीरें देखी जा रही हैं।

जिन्होंने हजारों लाखों रुपये का माल अपनी दुकानों में नवरात्रों को मद्देनजर रखते हुए भरा हुआ था परंतु प्रदेश सरकार द्वारा जारी फरमान के चलते माता के दरबार में आने वाले भक्त अपने घरों में ही रुकने पर विवश हो गए हैं। जिससे मंदिरों में भीड़ की जगह विरानी नजर आ रही है।

पांचवें और छठे नवरात्रि में जहां भक्तों की लाइने बस अड्डे तक पहुंच जाती थी आजकल मंदिर विरान नजर आ रहे हैं पूरे दिन में चार या पांच हजार भक्त ही मंदिर में पहुंच रहे हैं जबकि पांचवें और छठे नवरात्रि में लगभग 30 से 40 हजार भक्त माता के दरबार में हाजिरी लगाने परिवार सहित पहुंचे थे और बाजारों में रौनक दिखाई देती थी दुकानदारों का रोजगार इससे चलता था मंदिर में चढ़ावे में भी काफी बढ़ोतरी होती थी परंतु इस बार सब कुछ उल्टा पुल्टा हो गया है।

हिमाचल प्रदेश सरकार ने जो फरमान जारी किया है कि 16 अप्रैल के बाद दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को कोविड रिपोर्ट लेकर आना पड़ेगा जिससे यात्रियों की भीड़ एकदम मंदिर में कम हो गई ज्वालामुखी में रोजाना चार या पांच हजार लोग ही मंदिर में पहुंच रहे हैं जिससे मंदिर के चढ़ावे में भी भारी गिरावट आई है। दुकानदारों के भी चेहरे लटक गए हैं भक्तों के न आने से दुकानदारों की दुकानदारी फेल हो गई है और चारों तरफ निराशा नजर आ रही है मंदिर अधिकारी तहसीलदार निर्मल सिंह ठाकुर ने कहा कि पहले चार नवरात्रों 16 अप्रैल तक यात्री अच्छी संख्या में आते रहे परंतु 17 अप्रैल से यात्रियों की संख्या में भारी कमी दर्ज की जा रही है वजह सामने है कि सरकार ने दिशा निर्देश जारी किए हैं कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को कोविड रिपोर्ट लेकर ही आना पड़ेगा।

जिससे माता के दरबार में आने वाले भक्तों ने फिलहाल अपना कार्यक्रम बदल दिया है और नवरात्रि एकदम फीके नजर आने लगे हैं जिससे ज्वालामुखी के लोगों में काफी निराशा देखी जा रही है लोगों को उम्मीद थी कि प्रदेश सरकार कम से कम नवरात्रों तक किसी प्रकार की पाबंदी नहीं लगाएगी परंतु सरकार ने बीच नवरात्रों के ही पाबंदी लगा दी जिससे यात्री अब नहीं आ रहे हैं और लोगों का होटल व्यवसाय खानपान की दुकानें व अन्य छोटे-मोटे काम धंधे एकदम से चौपट हो गए हैं।

chat bot
आपका साथी