आठ महीने बाद साच पास से बस सेवा शुरू, 175 किलोमीटर लंबे रूट पर दौड़ी 37 सीटर गाड़ी; जानिए

Kilad Chamba Route देश के सबसे लंबे व ऊंचे रूट पर बस सेवाएं देने वाला एचआरटीसी केलंग डिपो अब किलाड़ से चंबा के बीच बस सेवा शुरू करने जा रहा है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 05:02 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 05:02 PM (IST)
आठ महीने बाद साच पास से बस सेवा शुरू, 175 किलोमीटर लंबे रूट पर दौड़ी 37 सीटर गाड़ी; जानिए
आठ महीने बाद साच पास से बस सेवा शुरू, 175 किलोमीटर लंबे रूट पर दौड़ी 37 सीटर गाड़ी; जानिए

केलंग/पांगी, जेएनएन। देश के सबसे लंबे व ऊंचे रूट पर बस सेवाएं देने वाला एचआरटीसी केलंग डिपो अब किलाड़ से चंबा के बीच बस सेवा शुरू करने जा रहा है। रोहतांग दर्रे की तरह ही जोखिम से भरे इस किलाड़ चंबा साच पर अब बस सेवा शुरू होने से चंबा व किलाड़ के लोग इधर उधर आ जा सकेंगे। 175 किमी इस लंबे रूट पर पिछले साल बर्फबारी जल्दी हो जाने से एक अक्टूबर से बस सेवा बंद कर दी थी। अब आठ महीने बाद फिर से इस मार्ग पर बस चलने से रौनक लोटी है। एचआरटीसी केलंग डिपो ने अपनी 37 सीटर बस का ट्रायल किया जो सफल रहा है। 175 किमी लंबे सफर का 304 रुपये किराया निर्धारित किया है।

किलाड़ घाटी चंबा जिला का हिस्सा है लेकिन चंबा से अधिक सीधे तौर पर लाहुल से जुड़ा है। किलाड़ पांगी के लोगों को पहले रोहतांग दर्रा ही घाटी से बाहर निकलने का रास्ता था लेकिन अब सरकार ने साच पास होते हुए चंबा को किलाड़ से जोड़ दिया है। पहले किलाड़ से चंबा जाने के लिए केलंग, मनाली, मंडी, कांगड़ा होते हुए लगभग 650 किमी लंबा सफर तय कर चंबा जाना पड़ता था लेकिन अब साच पास होते हुए यह दूरी 175 किमी ही रह गई है। साच पास भी रोहतांग दर्रे की तरह राहगीरों की दिक्कत बढ़ता है। अचानक बर्फबारी हो जाने से मार्ग में सफर जोखिम भरा हो जाता है।

एचआरटीसी केलंग डिपो के आरएम मंगल मनेपा ने बताया कि बस का ट्रायल सफल रहा है। एचआरटीसी ने साच पास होते हुए किलाड़ चंबा बस सेवा शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि पिछले साल इस मार्ग पर 31 अगस्त से एक अक्टूबर तक बस सेवा दी थी। इस बार भी बर्फबारी होने तक बस सेवा जारी रहेगी।

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