34 दिन बाद सड़कों पर दौड़ीं एचआरटीसी बसें, लोगों ने ली राहत की सांस, कांगड़ा में 144 रूटों पर दौड़ी गाड़ी

HRTC Bus Service लंबे समय से बंद चल रही एचआरटीसी परिवहन सेवा आज बहाल हो गई। सड़कों पर एचआरटीसी के दौड़ने से लोगों ने राहत की सांस ली है। धर्मशाला शिमला ऊना व जसूर सहित स्थानीय रूटों पर बस सेवा शुरू हुई।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 09:45 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 10:49 AM (IST)
34 दिन बाद सड़कों पर दौड़ीं एचआरटीसी बसें, लोगों ने ली राहत की सांस, कांगड़ा में 144 रूटों पर दौड़ी गाड़ी
लंबे समय से बंद चल रही एचआरटीसी परिवहन सेवा आज बहाल हो गई।

धर्मशाला, जागरण संवाददाता। HRTC Bus Service, लंबे समय से बंद चल रही एचआरटीसी परिवहन सेवा आज बहाल हो गई। सड़कों पर एचआरटीसी के दौड़ने से लोगों ने राहत की सांस ली है। धर्मशाला, शिमला, ऊना व जसूर सहित स्थानीय रूटों पर बस सेवा शुरू हुई। सरकार ने दस मई को परिवहन सेवा बंद की थी। 34 दिनों के बाद लोगों को यह सुविधा मिल गई है। कोरोना कर्फ्यू के कारण एचआरटीसी सेवा को बंद किया गया था। वहीं निजी बसें भी बंद थी। अब एचआरटीसी ने सरकार के आदेश के बाद बसों को आम जनता के लिए बहाल कर दिया है, जबकि निजी बस आपरेटरों का एक धड़ा बसें न चलाने पर अड़ा हुआ है।

144 रूटों पर दौड़ी एचआरटीसी बसें

परिवहन निगम के छह डिपो धर्मशाला, बैजनाथ, पालमपुर, नगरोटा बगवां, देहरा व पठानकोट से 144 रूटों पर बसें चलना निर्धारित है। इनमें से 104 रूट स्थानीय हैं, जबकि 40 लंबे रूट हैं। वहीं सबसे ज्यादा बसें धर्मशाला डिपो से 33 रूटों पर चलेंगी, जबकि सबसे कम देहरा डिपो से 15 रूटों पर बसें दौड़ीं।

निजी ऑपरेटर नहीं चलाएंगे बसें

निजी बस ऑपरेटर वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष रविदत्त शर्मा ने बताया कि  प्रदेश निजी बस ऑपरेटर यूनियन ने बसें नहीं चलाने का निर्णय लिया है। ऑनलाइन हुई बैठक में इस संबंध में बकायदा चर्चा के बाद फैसला लिया गया है। यूनियन की मांग थी 100 फीसद टैक्स माफी की थी, जबकि 50 फीसद ही टैक्स माफ किया गया है।

यह बोले एचआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक पंकज चड्ढा

बसों के चालकों व परिचालकों को फेस शील्ड, मास्क पहनने के साथ-साथ सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं। 50 फीसद यात्रियों के साथ बसें चलेंगी। वहीं धर्मशाला व कांगड़ा बस स्टैंड में बसों को सैनिटाइजेशन करने का भी प्रावधान किया गया है, ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सके। धर्मशाला-शिमला, ऊना, जसूर व स्थानीय रूटों पर बसें रवाना हो गई हैं।

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