एचआरटीसी प्रबंधन ने डीएम, आरएम व अडडा प्रबंधक को सुविधानुसार बसें चलाने के निर्देश दिए, पढें खबर

Himachal Weekend Lockdown Bus Service कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार की ओर से शनिवार को वर्क फ्राम होम करने के निर्देशों का राज्य परिवहन निगम पर असर नजर आया। संक्रमण से बचाव करते हुए लोग घरों से बहुत कम निकले।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sun, 25 Apr 2021 08:11 AM (IST) Updated:Sun, 25 Apr 2021 08:11 AM (IST)
एचआरटीसी प्रबंधन ने डीएम, आरएम व अडडा प्रबंधक को सुविधानुसार बसें चलाने के निर्देश दिए, पढें खबर
वर्क फ्राम होम करने के निर्देशों का राज्य परिवहन निगम पर असर नजर आया।

शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Weekend Lockdown Bus Service, कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार की ओर से शनिवार को वर्क फ्राम होम करने के निर्देशों का राज्य परिवहन निगम पर असर नजर आया। संक्रमण से बचाव करते हुए लोग घरों से बहुत कम निकले। परिणामस्वरूप परिवहन निगम ने राज्यभर में 500 बसें कम चलाई यानि 2000 बसें चलाईं। जिन क्षेत्रों के लिए तीन बसें चलती थी, ऐसे क्षेत्रों में बस सेवा कम करके एक की गई है। 15 अप्रैल तक परिवहन निगम की 2700 बसें चल रही थीं, जिन्हें यात्रियों की घटती संख्या को देखते हुए दो हजार तक सीमित कर दिया गया था। लेकिन यात्रियों की कम संख्या को देखते हुए एक क्षेत्र में जाने वाली बसों की संख्या को घटाकर एक किया गया है।

इस प्रकार की व्यवस्था करने के लिए राज्य के विभिन्न भागों में स्थित डीएम, आरएम और अडडा इंचार्ज को जिम्मेदारी सौंपी गई है। तीन स्तर पर परिवहन अधिकारी यात्रियों की संख्या को देखते हुए बसों का संचालन करेंगे। जो बसें शुक्रवार को गंतव्य पर चली गई थी, वह अब सोमवार को वापस लौटेंगी।

परिवहन निगम के महाप्रबंधक ट्रैफिक पंकज सिंघल का कहना है कि सबसे पहले प्रदेश के लोगों को परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाने के उददेश्य को दृष्टिगत रखा गया है। उसके बाद बसों में क्षमता के अनुसार 50 फीसदी यात्रियों के लिए बैठने की सुविधा का ध्यान रखना होगा। शनिवार को सरकार की ओर से वर्क फ्राम होम की नई व्यवस्था को देखते हुए निगम के समकक्ष अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह का कहना है कि प्रदेश के लोगों को बस सुविधा प्राप्त हो, इसके लिए अधिकारियों को कहा गया है। लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

2000 बसें चलीं

लोग घरों से कम निकलने के कारण परिवहन निगम ने शनिवार को 2000 बसें चलाई। 15 अप्रैल से पहले तक राज्य के विभिन्न भागों के लिए 2700 बसें चल रही थी, जिन्हें घटाकर 2500 कर दिया गया है।

चंडीगढ़ के लिए 6 बसें कम

शिमला स्थित आइएसबीटी से चंडीगढ़ के लिए सामान्य तौर पर 14 बसें चलती हैं और सांय वापस लौट आती हैं। यात्रियों की कमी को देखते हुए 8 बसें गई। दिल्ली के लिए 4 सामान्य बसें और एक लग्जरी बस गई। हरिद्वार के लिए 3 बसें चली। लेकिन आइएसबीटी से राज्य के भीतर सभी 150 क्षेत्रों के लिए सामान्य दिनों की तरह बसें चली। इस आशय की जानकारी निरीक्षण एवं आइएसबीटी कंट्रोल रूम इंचार्ज रामानंद ठाकुर से प्राप्त हुई।

दैनिक कमाई 1.10 करोड़ पहुंची

एक सप्ताह पहले तक परिवहन निगम की दैनिक कमाई 1.50 करोड़ रुपये थी। जो अब घटकर 1.10 करोड़ रुपये रह गई है। बसों में डीजल भरने का खर्च रोजाना 90 लाख आ रहा है।

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