कंडक्टर भर्ती पेपर लीक मामले में डीजीपी ने गठित की एसआइटी, तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई
Conductor Bharti Paper Leak कंडक्टर भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में डीजीपी संजय कुंडू ने संज्ञान लिया है। डीजीपी ने पूरे मामले की जांच के लिए एसआइटी गठित की है। डीआइजी क्राइम विमल गुप्ता एसआईटी के मुखिया होंगे।
शिमला, जेएनएन। कंडक्टर भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में डीजीपी संजय कुंडू ने संज्ञान लिया है। डीजीपी ने पूरे मामले की जांच के लिए एसआइटी गठित की है। डीआइजी क्राइम विमल गुप्ता एसआईटी के मुखिया होंगे। इसके अलावा एसपी शिमला मोहित चावला, एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन, एसपी सीआईडी इंटेलिजेंस संदीप भारद्वाज, एसपी साइबर क्राइम संदीप धवल, सोलन के एएसपी अशोक शर्मा, हमीरपुर की डीएसपी रेनू कुमारी, कांगड़ा के डीएसपी कर्ण सिंह गुलेरिया एसआइटी में शामिल होंगे। एसआईटी इस बात का पता लगाएगी कि पेपर लीक के पीछे कोई संगठित गिरोह तो सक्रिय नहीं था। एसआइटी डीजीपी को जल्द जांच रिपोर्ट सौंपेगी। सरकार ने अभी तक परीक्षा रद नहीं की है।
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रविवार को हुई इस परीक्षा के दौरान केंद्र से दो अभ्यर्थियों ने प्रश्न पत्र की फोटो खींचकर सोशल मीडिया में वायरल कर दी थी। शाहपुर और शिमला के परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र की फोटो बाहर निकली थीं। परीक्षा शुरू होने के 20 मिनट बाद ही प्रश्न पत्र की फोटो खींचकर बाहर भेज दिए थे।
अब तक इस प्रकरण में तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है। तीसरी गिरफ्तारी रोहडू के सन्नी शर्मा नामक व्यक्ति की हुई है। यह पहले से आरोपित लक्की शर्मा का भाई है। दोनों भाई रोहडू क्षेत्र के बढ़हाल के रहने वाले हैं, जबकि तीसरी गिरफ्तारी कांगड़ा के मनोज कुमार की हुई है। मनोज कुमार मुख्य आरोपित है, वह जवाली क्षेत्र का रहने वाला है।
एसआइटी ने तुरंत जांच शुरू कर दी है। डीआइजी क्राइम विमल गुप्ता जांच करने कांगड़ा पहुंच गए हैं। उन्होंने मुख्य आरोपित मनोज कुमार से पूछताछ की है। डीजीपी ने बताया अब तक पेपर लीक मामले में कुल तीन आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एसआइटी यह भी पता लगाएगी कि परीक्षा के संचालन में किस तरह की अनियमितताएं या चूक बरती गई है।
रविवार को 568 पदों के लिए कंडक्टर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा प्रदेशभर के 304 केंद्रों में हुई थी। इसमें करीब 60000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। लेकिन इनमें से करीब 40,000 ने परीक्षा दी। हालांकि सरकार ने अभी यह परीक्षा रद नहीं की है। अब जांच पर निर्भर करेगा कि इस परीक्षा का क्या भविष्य होगा।
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