हरियाणा में बिकेगा हिमाचली सेब का जूस
अब हरियाणा में भी हिमाचली सेब का जूस बिकेगा। हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पाद विपणन और प्रसंस्करण निगम (एचपीएमसी) पहली बार हरियाणा सरकार के उपक्रम एग्रो इंडस्ट्रीज को अपने उत्पाद बेचेगा। इस संबंध में दोनों के बीच करार हुआ है।
शिमला, यादवेन्द्र शर्मा।
अब हरियाणा में भी हिमाचली सेब का जूस बिकेगा। हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पाद विपणन और प्रसंस्करण निगम (एचपीएमसी) पहली बार हरियाणा सरकार के उपक्रम एग्रो इंडस्ट्रीज को अपने उत्पाद बेचेगा। इस संबंध में दोनों के बीच करार हुआ है। हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज के दो सौ विक्रय केंद्र दो अक्टूबर से खुल रहे हैं, जहां ये उत्पाद बिकेंगे। इन केंद्रों के लिए जूस, जैम व स्क्वैश की आपूर्ति आगामी 15 दिन में शुरू हो जाएगी।
एचपीएमसी हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज को सेब जूस, सेब कंसंट्रेटर, सेब, अमरूद, अनानास, नींबू पानी, सेब, प्लम और मिक्स फ्रूट जैम होल सेल रेट पर बेचेगा। एचपीएमसी अपने उत्पादों को बाजार में पहुंचाने और इसकी ब्रांङ्क्षडग के लिए विभिन्न राज्यों के साथ करार कर रहा है। राज्यों के उपक्रमों व विभिन्न कंपनियों को उनकी मांग के आधार पर उत्पाद उपलब्ध करवाए जाएंगे।
कोरोना काल में भी 600 मीट्रिक टन सेब कंसंट्रेटर बेचा
कोरोना काल में भी एचपीएमसी ने रिकार्ड 600 मीट्रिक टन सेब कंसंट्रेटर यानी गाढ़ा जूस बेचा है। एचपीएमसी ने करीब 1800 मीट्रिक टन सेब कंसंट्रेटर तैयार करवाया था। उसका फिर जूस और कंसंट्रेटर मांग के अनुसार बेचा जा रहा है। कंसंट्रेटर को सीधे नहीं पिया जा सकता है उसमें पानी मिलाने पर वह जूस के तौर पर पिया जा सकता है।
15 से 30 कम है होल सेल रेट
हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज होल सेल रेट पर उत्पाद खरीद कर उसे अधिकतम निर्धारित दाम तक बेच सकेगी। इन उत्पादों के होल सेल रेट अधिकतम निर्धारित मूल्य से 15 से 30 फीसद तक कम हैं।
हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज के दो हजार विक्रय केंद्रों पर एचपीएमसी के उत्पाद बिकेंगे। करार के तहत सितंबर के अंतिम सप्ताह तक आपूर्ति शुरू हो जाएगी। दो अक्टूबर से प्रथम चरण में 200 विक्रय केंद्र खोले जा रहे हैं।
-राजेश्वर गोयल, प्रबंध निदेशक, एचपीएमसी