HP Vidhan Sabha Election: 2022 की ताजपोशी के लिए मुख्‍यमंत्री ने एक तीर से साधे कई निशाने, पढ़ें खबर

Himachal Vidhan Sabha Election हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री जयराम ने शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक में कई अहम निर्णय लेकर 2022 की ताजपोशी के लिए एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है। 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैैं

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 08:09 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 08:09 AM (IST)
HP Vidhan Sabha Election: 2022 की ताजपोशी के लिए मुख्‍यमंत्री ने एक तीर से साधे कई निशाने, पढ़ें खबर
मुख्‍यमंत्री जयराम सरकार ने 2022 की ताजपोशी के लिए एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है।

शिमला, यादवेन्द्र शर्मा। Himachal Vidhan Sabha Election, हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री जयराम ने शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक में कई अहम निर्णय लेकर 2022 की ताजपोशी के लिए एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है। 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैैं, इससे पहले मंडी लोकसभा और तीन विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव भी हैं। यही देख शिक्षक वर्ग पर दरियादिली के साथ प्रदेश में लाखों लोगों से सीधे जुड़ी तीन योजनाओं हिमकेयर, गृहिणी सुविधा योजना व सहारा योजना का नाम मुख्यमंत्री के नाम पर रखकर लोगों को सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों को याद दिलाने का काम किया है।

तीनों योजनाओं के नाम मुख्यमंत्री के नाम पर रखने का कारण यह भी है कि ये तीनों योजनाएं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं। हिमकेयर योजना में पंजीकृत परिवारों की संख्या 5,13,826 है और इस आधार पर परिवार के पांच सदस्यों को लाभ मिल सकता है यानी करीब 25 लाख लोग सीधे योजना से जुड़े हैं। इसमें कैशलैस पांच लाख रुपये तक के उपचार का एक साल में प्रविधान है। कई वर्षों से अंतर जिला स्थानांतरण के लिए तरस रहे जेबीटी व सी एंड वी शिक्षकों का आठ वर्ष का वनवास कम किया है अब पांच साल में तबादला हो सकेगा।

प्रदेश में सबसे बड़े शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग में रोजगार के नए अवसर दिए गए हैं। विद्यालयों और अस्पतालों को आवश्यक पदों के साथ स्तरोन्नत किया गया है। बेरोजगारों की फौज को कम करने के लिए पार्ट टाइम आधार पर मल्टी टास्क वर्कर के आठ हजार पदों को भरने की मंजूरी प्रदान की है। इनसे साल में 10 माह काम लिया जाएगा लेकिन सवाल यही कि 5625 रुपये प्रतिमाह पर इनके चूल्हे कैसे जलेंगे। हालांकि एक पहलू यह भी है कि पहले जलवाहक रखे गए थे जो पार्ट टाइम वर्कर के तौर पर थे, उन्हें सात वर्ष की सेवा के बाद फुलटाइम वर्कर और छह वर्ष यानी कुल 13 साल बाद नियमित किया जाएगा।

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