Himachal Vidhan Sabha Dispute: विधानसभा सचिव की लिखित शिकायत के बाद कांग्रेस विधायकों के खिलाफ FIR

Himachal Vidhan Sabha Dispute राज्यपाल के काफिले को जबरन रोकने राज्यपाल पर बजट अभिभाषण की प्रतियां फैंकने के मामले में कानूनी कार्रवाई होगी। इस संबंध में विधानसभा के सचिव यशपाल शर्मा ने शिमला के एसपी मोहित चावला को शिकायत पत्र भेजा है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 08:40 AM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 08:46 AM (IST)
Himachal Vidhan Sabha Dispute: विधानसभा सचिव की लिखित शिकायत के बाद कांग्रेस विधायकों के खिलाफ FIR
राज्यपाल के काफिले को जबरन रोकने, राज्यपाल पर बजट अभिभाषण की प्रतियां फैंकने के मामले में कानूनी कारवाई होगी।

शिमला, जेएनएन। राज्यपाल के काफिले को जबरन रोकने, राज्यपाल पर बजट अभिभाषण की प्रतियां फैंकने के मामले में कानूनी कार्रवाई होगी। इस संबंध में विधानसभा के सचिव यशपाल शर्मा ने शिमला के एसपी मोहित चावला को शिकायत पत्र भेजा है। इनमें पूरे घटनाक्रम को लेकर कार्रवाई करने को कहा गया। शर्मा ने पत्र भेजने की पुष्टि की है। हिमाचल प्रदेश में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से बदसुलूकी पर कांग्रेस के पांच विधायकों को बजट सत्र के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया गया। विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन शुक्रवार को हंगामे के कारण सत्र की कार्यवाही पहली मार्च तक स्थगित करनी पड़ी।

विधानसभा परिसर में राज्यपाल का रास्ता रोकने और उन पर बजट अभिभाषण की प्रतियां फेंकने के मामले में पुलिस ने कांग्रेस के पांच विधायकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली। इसमें नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्नहोत्री समेत पांच विधायकों हर्षवद्र्धन चौहान, विनय कुमार, सुंदर सिंह, सतपाल रायजादा को नामजद किया गया है। शिमला के एसपी मोहित चावला शनिवार को इस मामले में विधानसभा सचिवालय को रिपोर्ट सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस को विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा की ओर से शिकायत पत्र मिला है, जिसके आधार पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

इससे पहले विधानसभा के मुख्यद्वार के बाहर विपक्ष के सदस्यों ने राज्यपाल के साथ धक्कामुक्की की और रास्ता रोका था। उनकी गाड़ी पर अभिभाषण की प्रतियां फेंक दी। दत्तात्रेय के एडीसी के साथ हाथापाई हुई। घटना के बाद विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने दोबारा सत्र बुलाने का फैसला लिया। इसमें सत्ता पक्ष की ओर से संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज ने नेता प्रतिपक्ष समेत पांचों विधायकों को निलंबित करने की मांग की। प्रस्ताव पारित होते ही अध्यक्ष ने पांचों को संपूर्ण सत्र के लिए 20 मार्च तक निलंबित कर दिया। इनके विधानसभा परिसर में आने पर भी रोक लगा दी गई है। ये सिर्फ अपने आवास में ही आ जा सकेंगे।

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