स्वर्णिम हिमाचल कार्यक्रम में संबोधित करते भावुक हुए जेपी नड्डा, बोले- भाजपा अध्यक्ष नहीं हिमाचली होने के नाते आया हूं
Himachal Statehood Day भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा स्वर्णिम हिमाचल कार्यक्रम में संबोधन के दौरान भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि सादगी हिमाचल का गहना है इसलिए इसे देवभूमि के नाम से जाना जाता है। भाजपा अध्यक्ष नहीं बल्कि हिमाचली के नाते इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।
शिमला, जेएनएन। Himachal Statehood Day, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा स्वर्णिम हिमाचल कार्यक्रम में संबोधन के दौरान भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि सादगी हिमाचल का गहना है, इसलिए इसे देवभूमि के नाम से जाना जाता है। उन्होंने प्रदेश की जनता से आह्वान किया कि विकास की गाथा लिखते वक्त हिमाचल की सांस्स्कृतिक धरोहर को संभाल कर आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाते नहीं बल्कि हिमाचली के नाते इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कार्यों की सराहना कर उनकी पीठ थपथपाई।
उन्होंने कहा उजालों का मजा लेना है तो अंधेरों को याद रखना होगा। जेपी नड्डा ने कहा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल विकास की नई छलांग लगाएगा। जेपी नड्डा ने कहा पहाड़ी ईमानदार और टिका हुआ होता है। यह उसकी कमजोरी नहीं, बल्कि पहचान है। उन्होंने कहा इस स्वर्णिम हिमाचल कार्यक्रम में जो शामिल हुए हैं वह भागयशाली हैं। उनके सामने कंदरौर पुल का उदघाटन हुआ था। इस पुल ने पुराने और नए हिमाचल को जोड़ने का काम किया था। विकास इस चीज से साबित होता है कि पहले कई कई किलोमीटर दूर तक मरीज को चारपाई पर उठाकर ले जाना पड़ता था। अब घर द्वार पर इलाज मिलता है।
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उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के योगदान को याद किया। उन्होंने हिमाचल निर्मता डॉ. यशवंत सिंह परमार का जिक्र करते हुए कहा कि वह पीठ पर पिट्ठू लादकर चलते थे। उनका पूरा जीवन सादगीपूर्ण रहा। विकास में उनका अहम योगदान रहा। नड्डा ने कहा प्रदेश में जो भी मुख्यमंत्री रहे हैं उनका तरक्की में अहम योगदान है।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से हिमाचल के हर गांव सड़क से जुड़े। उनके द्वारा प्रदेश के लिए दिया गया औद्योगिक पैकेज बड़ा योगदान था, जिसे कभी नहीं भूल सकते। अटल टनल के अलावा प्रदेश में बने बड़े प्रोजेक्ट उनकी देन है। नड्डा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा की डिस्कशन अन्य विधानसभा से बेहतर है। गुणवत्तापूर्व बहस यहां पर होती है। बागवानी के क्षेत्र में काम हुआ है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यदि बात करे तो कभी सोचा नहीं था कि प्रदेश में मैडिकल कॉलेज बनेंगे और बिलासपुर में एम्स और पीजीआई का सैटेलाइट सेंटर खुलेगा। शिक्षा के क्षेत्र में कई संस्थान आए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाई है। साक्षरता दर 36 फीसद से बढ़कर 86 फीसद पहुंच गई है। मृत्युदर 118 से कम होकर 8 पहुंच गई है।
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नड्डा ने कहा कि हिमाचल में विकास की अपार क्षमता है। पर्यटन, बागवानी, कृषि और पनविद्युत क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर बहुत कुछ किया जा सकता है। इनका दोहन करने की जरूरत है। नड्डा ने कहा कि नरेंद्र मोदी के समय में हिमाचल को दो बार विशेष राज्य का दर्जा मिला। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जब हिमाचल आते थे तो रोहतांग टनल के शिलान्यास का जिक्र करते थे। वह कहते थे कि वह पत्थर उनके दिल पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस टनल को बनाने में अपना अहम योगदान दिया। भारत की सुरक्षा के लिए यह टनल महत्वपूर्ण है।
विकास में नया आयाम आया। 13वें वित्तायोग में 4 हजार करोड़ मिले। 14वें वित्तायोग में साढ़े अठारह हजार करोड़ मिले। 15वें वित्त आयोग से कई उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी के लिए जो कार्य किए जा रहे हैं, वह जल्द ही सिरे चढ़ेंगे। केंद्रिय योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि आयुषमान, उज्जवला योजना से लोगों को लाभ मिला है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसमें हिमकेयर और गृहणी योजना शुरू की जिसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल देशभर में पहले स्थान पर खड़ा हुआ है।
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