हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शारीरिक शिक्षा स्नातकोतर छात्रों के साथ कर रहा खिलवाड़ : अमर कुमार

एनएसयूआई प्रदेश महासचिव अमर कुमार ने एक बार फिर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के निर्णय छात्रों के भविष्य को अंधकार डाल रहा है। प्रदेश विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग ने सैंकड़ो छात्रों को असमंजस की स्थिति में डाल दिया है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 08:23 AM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 08:40 AM (IST)
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शारीरिक शिक्षा स्नातकोतर छात्रों के साथ कर रहा खिलवाड़ : अमर कुमार
एनएसयूआई प्रदेश महासचिव अमर कुमार ने एक बार फिर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।

धर्मशाला, जेएनएन। एनएसयूआई प्रदेश महासचिव अमर कुमार ने एक बार फिर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के निर्णय छात्रों के भविष्य को अंधकार डाल रहा है।

विश्‍वविद्यालय प्रशासन ने कोरोना का बहाना बनाकर स्नातकोत्तर में मेरिट सूची के आधार पर दाखिले दिए, परंतु हजारों छात्रों की सीजीपीए गायब हैं, जिसकी वजह से छात्र दाखिला नही ले पाए और उनका एक वर्ष बर्वाद हो गया। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग ने सैंकड़ो छात्रों को असमंजस की स्थिति में डाल दिया है।

शारीरिक शिक्षा विभाग ने स्नातकोत्तर में दाखिले के लिए छात्रों से आवेदन मांगे। 4 नवंबर को छात्रों का ग्राउंड टेस्ट लिया, परंतु उसके बाद आज 2 महीने बीत गए, ना तो चयनित छात्रों की कोई सूची जारी की गई और न ही बाहर निकले गए छात्रों की। अन्य विभागों ने दाखिलों की प्रक्रिया समाप्त कर आधा सलेबस भी पूरा करवा दिया, लेकिन शारीरिक शिक्षा विभाग के छात्र अभी अधर में लटके हुए हैं।

उन्होंने कहा कि छात्रों ने उनसे संपर्क करके मदद की गुहार लगाई है। विश्वविद्यालय को छात्रों को मानसिक प्रताड़ना देने का कोई अधिकार नही है। विश्व विद्यालय जल्द चयनित छात्रों की सूची जारी कर उनकी कक्षाओं के प्रबंध करे। विवि प्रशासन ने अगर शीघ्र ही इस पर कोई कार्रवाई करते हुए स्नातकोत्तर के इन छात्रों का प्रवेश तय करे, अन्यथा एनएसयूआइ इसको लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी।

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