हिमाचल प्रदेश में जानलेवा बरसात, चंद दिनों में 59 लोगों की मौत, 19 बाढ़ में बह गए, पढ़ें खबर
Himachal Pradesh Monsoon हिमाचल प्रदेश में 13 जून को मानसून के प्रवेश करने से लेकर अब तक 59 लोगों की मौत बारिश के कारण हो चुकी है। वहीं 465 मकानों को नुकसान पहुंचा है। अब तक कुल 500 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।
शिमला, यादवेन्द्र शर्मा। Himachal Pradesh Monsoon, हिमाचल प्रदेश में 13 जून को मानसून के प्रवेश करने से लेकर अब तक 59 लोगों की मौत बारिश के कारण हो चुकी है। वहीं, 465 मकानों को नुकसान पहुंचा है। अब तक कुल 500 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। इसमें सबसे अधिक नुकसान भूस्खलन के कारण सड़कों को हुआ है, जिससे अकेले लोक निर्माण विभाग को 272 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पेयजल व सिंचाई योजनाओं के कारण जलशक्ति विभाग को 115 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
प्रदेश में भूस्खलन से सैकड़ों सेब व अन्य पौधे क्षतिग्रस्त हो गए। करीब 300 बीघा भूमि को नुकसान हुआ है। सबसे अधिक नुकसान कांगड़ा, शिमला, मंडी और चंबा जिला में हुआ है। कुल्लू और लाहुल-स्पीति में बादल फटने की घटनाएं हो चुकी हैं और कांगड़ा जिला में भारी बारिश तबाही मचा चुकी है।
87 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त
प्रदेश में मानसून के दौरान अभी 87 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इनमें 39 पक्के मकान हैं, जो भूस्खलन के कारण जमींदोज हो गए और 48 कच्चे मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए। इसके अलावा सैकड़ों मकानों को नुकसान पहुंचा है।
प्रदेश में अब तक हुआ नुकसान (करोड़ों में) विभाग, नुकसान लोक निर्माण, 272.00 जल शक्ति, 115.00 बागवानी, 90 कृषि, 30 ऊर्जा,0.29 प्रदेश में 13 जून से अब तक हुआ जानमाल का नुकसान (लाखों में)
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19 लोग बाढ़ में बह गए
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक सुदेश मोक्टा ने कहा प्रदेश में मानसून के दौरान किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ व तुरंत कार्रवाई दल को तैनात किया गया है। सभी जिलों में नियंत्रण कक्ष कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में अब तक हुई मौतों में से 12 लोगों की भूस्खलन के कारण, 19 की बहने और 25 लोगों की गिरने के कारण मौत हुई है।