मानवीय भूल से हो रहे हिमाचल में 95 फीसद हादसे, मोबाइल फोन सुनते वाहन चलाना पड़ रहा भारी, पढ़ें खबर

Himachal Road Accident Cause हिमाचल प्रदेश में हर साल सड़क हादसों में 1200 व्यक्ति अकाल मौत के शिकार हो रहे हैं। पहाड़ में करीब 95 फीसद हादसे मानवीय भूल के कारण होते हैं। इनमें से एक प्रमुख कारण वाहन चलाते वक्त मोबाइल फोन सुनना भी है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 06:26 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 06:26 AM (IST)
मानवीय भूल से हो रहे हिमाचल में 95 फीसद हादसे, मोबाइल फोन सुनते वाहन चलाना पड़ रहा भारी, पढ़ें खबर
पहाड़ में करीब 95 फीसद हादसे मानवीय भूल के कारण होते हैं।

शिमला, रमेश सिंगटा। Himachal Road Accident Cause, हिमाचल प्रदेश में हर साल सड़क हादसों में 1200 व्यक्ति अकाल मौत के शिकार हो रहे हैं। पहाड़ में करीब 95 फीसद हादसे मानवीय भूल के कारण होते हैं। इनमें से एक प्रमुख कारण वाहन चलाते वक्त मोबाइल फोन सुनना भी है। प्रदेश में प्रतिमाह 1000 से 2300 चालान इसी जुर्म में होते हैं। लोगों में कानून का भय हो, इस कारण नए मोटर व्हीकल में सख्त प्रविधान किया गया है। अब तक पुलिस एक हजार का ही चालान करती थी और ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड करने की सिफारिश की जाती थी। अब इसे बड़ा अपराध माना जाएगा। पहली बार ऐसा अपराध किया तो न्यूनतम जुर्माना डेढ़ हजार और अधिकतम जुर्माना साढे सात हजार होगा। तीन साल के अंदर जुर्म दोहराया तो जुर्माना सीधे 15 हजार लगेगा।

बिना परमिट के वाहन चलाने पर भी कड़ी कार्रवाई

अब अगर कोई बिना परमिट के वाहन चलाता हुआ पकड़ा गया तो 15 हजार का जुर्माना होगा। ज्यादा तेज गति से लाइट वाहन चलाया तो 1500 न्यूनतम और 3000 अधिकतम जुर्माना होगा। मीडियम व्हीकल, यात्री या मालवाहक वाहन अधिक गति से चलाया तो न्यूनतम तीन और अधिकतम छह हजार रुपये का जुर्माना होगा।  

जून में हुए चालान जिला, शराब पीकर, मोबाइल सुनना, बिना लाइसेंस, अधिक गति चंबा, 27, 84, 488, 202 ऊना, 2,26, 450, 1302 बद्दी,0,82,732,268 किन्नौर,3,35,207,0 सिरमौर,1,250,305,0 लाहुल,0,0,83,19 हमीरपुर,1,59,531,464 बिलासपुर,1, 0,37,10 कुल्लू,4,179,237,982 शिमला,4,194,618,104 कांगड़ा,3,14,335,36 सोलन,3,62,392,487 मंडी,2,49,490,505 कुल,51,1034,4905,4379

2020 में वाहन चलाते वक्त मोबाइल फोन सुनने पर चालान

जनवरी में 2306, फरवरी में 1999, मार्च 1105, अप्रैल 95, मई 344, जून 992, जुलाई 1157, अगस्त 987, सितंबर 1390, अक्टूबर में 1408 व कुल 11783 चालान हुए।

क्‍या कहते हैं डीजीपी

डीजीपी संजय कुंडू का कहना है सड़क हादसे कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं। कोरोना काल में इसमें कमी आई थी। बाद में वाहनों की आवाजाही होने से फिर से बढ़ गए। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग से भी समन्वय स्थापित किया जाता है, क्योंकि ब्लैक स्पॉट के कारण हादसे घटित होते हैं।

किस वर्ष कितने चालान वर्ष, चालान, कितनों ने भुगता, जुर्माना 2010, 286221, 204927,  76450264 2011, 335064, 243268, 89163110 2012, 394483, 293086, 104367510   2013, 431359, 330239, 119701316 2014,523452,400554,130800870 2015,603201,455791,144352100 2016,708839,478186,169050810 2017,628597,450164,150125705 2018,833164,651559,230038725 2019,1095549,780816,304225405 2020,809372,601690,261732018 नोट - 2020 के आंकड़े अक्टूबर तक के हैं। जुर्माना रुपये में।

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