कोरोना कर्फ्यू के बीच बंदरों के व्‍यवहार में आया बदलाव, शहर से गांव की ओर चले, पढ़ें पूरा मामला

Himachal Monkey हिमाचल प्रदेश में बंदरों के पसंदीदा आहार पर भी मानो कफ्र्यू लग गया है। शहरी क्षेत्रों में पसंदीदा आहार नहीं मिलने से वे इसकी तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों की ओर रुख कर रहे हैं। अगर इनकी संख्या गांव में बढ़ती रही तो किसानों के लिए मुश्किल हो जाएगी।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 06:45 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 07:33 AM (IST)
कोरोना कर्फ्यू के बीच बंदरों के व्‍यवहार में आया बदलाव, शहर से गांव की ओर चले, पढ़ें पूरा मामला
हिमाचल प्रदेश में बंदर ग्रामीण क्षेत्रों की ओर रुख कर रहे हैं

शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश में बंदरों के पसंदीदा आहार पर भी मानो कफ्र्यू लग गया है। शहरी क्षेत्रों में पसंदीदा आहार नहीं मिलने से वे इसकी तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों की ओर रुख कर रहे हैं। अगर इनकी संख्या गांव में बढ़ती रही तो किसानों के लिए मुश्किल हो जाएगी। उनकी फसलों को यह बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालात कमोबेश वैसे ही पैदा हो गए हैं, जैसे पिछले साल लॉकडाउन के दौरान हुए थे। इनके व्यवहार में आक्रामकता साफ दिखाई देने लगी हैं। ये इंसानों पर झपट रहे हैं। इनके कारण बाजार से महिलाओं को फल और सब्जियां लाना मुश्किल हो रहा है। हिमाचल प्रदेश की ज्यादातर पंचायती बंदरों की समस्या से जूझ रही है।

बंदरों और इंसान के बीच संघर्ष पिछले दो दशकों से ज्यादा देखा गया है। बंदर जंगलों की बजाय शहरी क्षेत्रों में अपना ठिकाना बस आने लगे हैं । इन्हें वापस अपने असली ठिकानों की तरफ ले जाने के प्रयास असफल साबित हुए हैं। कोरोना कफ्र्यू जब से लगा है तब से इनके लिए भी आहार का संकट खड़ा हो गया है। प्रदेश में मंदिर बंद पड़े हैं। यहां मिलने वाले आहार की कमी के कारण यह गांव की ओर चले आ रहे हैं।

क्या कहते हैं किसानों के संगठन

हिमाचल प्रदेश किसान सभा के अध्यक्ष एवं पूर्व आइएफएस अधिकारी डा. कुलदीप सिंह तंवर ने कहा कि बंदरों की भोजन की आदत इंसान जैसी ही हो गई है। इस कारण यह भोजन न मिलने के कारण पहले से अधिक आक्रमक और उग्र हो गए हैं। शहरी क्षेत्रों में इंसान पर झपट रहे हैं। अगर पिछले साल की तरह इस बार भी ज्यादा बड़ी संख्या में गांव की ओर गए तो फसलों को भारी नुकसान होगा। उन्होंने सरकार से बंदरों की समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग उठाई।

कम आहार मिलने से गांव की तरफ रुख

पीसीसीएफ वन्य प्राणी विंग अर्चना शर्मा इस बार भी बंदरों को शहरी क्षेत्रों में आहार कम मिल रहा है। इनकी आहार संबंधी आदत इंसान जैसी ही हो गई है। कोरोना कर्फ्यू के कारण आहार मिल नहीं रहा है, इस कारण से यह शहरों से गांव की तरफ जा रहे होंगे। इस बारे में वन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। फील्ड से इसकी रिपोर्ट मंगाई जा रही है। इनके व्यवहार में सचमुच में बदलाव आया है।

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