हिमाचल के इस शहर का वक्त चल रहा खराब, सेल्फी प्वाइंट बनकर रह गया हेरिटेज भवन
Himachal Mandi City मंडी शहर का वक्त खराब है जी हां यह सुनने में अजीब लगता है लेकिन सच है। शहर में स्थित घंटा घर जो पूरे शहर का टाइम बताता है बंद पड़ा है। यह हेरीटेज धरोहर सेल्फी लेने के लिए तो बढ़िया स्थल बन गया है
मंडी, जागरण संवाददाता। मंडी शहर का वक्त खराब है, जी हां यह सुनने में अजीब लगता है लेकिन सच है। शहर में स्थित घंटा घर जो पूरे शहर का टाइम बताता है बंद पड़ा है। यह हेरीटेज धरोहर सेल्फी लेने के लिए तो बढ़िया स्थल बन गया है, लेकिन इसमें लगी चार घड़ियों की सुइयां ठहर गई हैं। मंडी शहर तो चल रहा है लेकिन इसका वक्त इन सुइयों के ठहरने से खराब हो गया है और न ही इसकी टन-टन सुनाई देती है।
खराब हो चुकी इस घंटा घर की घड़ियों को ठीक करने के लिए पूर्व में नगर परिषद ने कोलकाता से सामान मंगवाने की बात कही थी, लेकिन आज तक वह उपकरण मंडी नहीं पहुंच पाए। इंदिरा मार्केट के ठीक बीच में स्थित इस घंटा घर में कभी लाइब्रेरी भी होती थी, लेकिन वर्तमान समय में केवल यह सेल्फी प्वाइंट बनकर रह गया है।
युवक युवतियां यहां पर आकर फोटो तो खींचते हैं, लेकिन इसके महत्व से अनभिज्ञ है शहर का बुद्धजीवी वर्ग घंटा घर की हो रही दुर्दशा को लेकर चिंतित है। पूर्व में नगवाई के एक कार मैकेनिक सन्नी ने इसे ठीक कर चला दिया था, लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई और आज यह फिर से बंद पड़ी है।
शहर निवासी अनिल शर्मा, हरमीत बिट्टू, राजेश शर्मा, अशोक, महेंद्र सिंह आदि का कहना है कि यूं तो घंटा घर मंडी शहर की शान है लेकिन इस शान को लगे दाग को मिटाने के लिए कोई कार्रवाई न होना अफसोस जनक है। बेशक कोरोना काल में बाहर से मैकेनिक आदि मंगवाना मुश्किल है। लेकिन इससे पहले भी इसको सही करने के लिए कार्रवाई नहीं हुई। प्रशासन को चाहिए कि आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर इसे ठीक किया जाए, ताकि खराब हुआ मंडी शहर का समय ठीह चले।
नगर निगम मंडी के आयुक्त राजीव कुमार ने कहा घंटा घर की घडि़यों को ठीक करवाने के लिए कार मैकेनिक युवक सन्नी से बात की जाएगी। उम्मीद है इनको जल्द ठीक कर दिया जाएगा।