Himachal Hotels: बैंक से जारी होने लगे टेक ओवर नोटिस, नाराज होटल कारोबारियों ने सरकार से उठाई यह मांग

Himachal Hotel Business हिमाचल प्रदेश के होटल कारोबारियों व होटल एसोसिएशन ने होटलों पर बैंकों द्वारा टेक ओवर नोटिस जारी किए जाने पर नाराजगी जताई है। कोरोना काल के कारण होटलों में मंदी का दौर रहने के कारण होटल व्यवसाय पूरी तरह से प्रभावित हुआ है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 08:23 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 08:23 AM (IST)
Himachal Hotels: बैंक से जारी होने लगे टेक ओवर नोटिस, नाराज होटल कारोबारियों ने सरकार से उठाई यह मांग
हिमाचल के होटल कारोबारियों ने होटलों पर बैंकों द्वारा टेक ओवर नोटिस जारी किए जाने पर नाराजगी जताई है।

शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Hotel Business, हिमाचल प्रदेश के होटल कारोबारियों व होटल एसोसिएशन ने होटलों पर बैंकों द्वारा टेक ओवर नोटिस जारी किए जाने पर नाराजगी जताई है। कोरोना काल के कारण होटलों में मंदी का दौर रहने के कारण होटल व्यवसाय पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। ऐसे में होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहिंद्र सेठ ने सरकार से अन्य पर्यटक राज्यों की तर्ज पर एक वर्ष के लिए सभी प्रकार के टैक्स तथा बिजली पर लगने वाले डिमांड चार्जेस को समाप्त कर पर्यटन कारोबारियों को राहत प्रदान करने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि हिमाचल के विभिन्न पर्यटक स्थलों में होटलों पर बैंकों द्वारा टेक ओवर नोटिस जारी होना दुखद है। होटल ही सबसे अधिक लोगों का प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करते हैं।  पिछले लगभग डेढ़ वर्ष से कोरोना महामारी के कारण पर्यटन उद्योग की कमर टूट गई है। लगातार दो टूरिस्ट सीजन गंवाने के बाद तथा बार बार पर्यटकों की एंट्री पर लगने वाली बंदिशों के कारण हिमाचल के पर्यटन से जुड़े व्यवसायियों आर्थिक स्थिति खराब कर दिया है।

शिमला तथा शिमला के आसपास कई होटल मालिक वर्किंग कैपिटल के अभाव के चलते अपने होटलों को अस्थाई रूप से बंद रखने पर मजबूर हो गए है। इतना ही नही बड़ी संख्या में होटलों को अपने खर्चे को पूरा न कर पाने के कारण  होटल में कुछ ही कमरे संचालित रखने  की नोबत आ चुकी है। सरकार को शीघ्र अति शीघ्र पर्यटन इकाइयों की आर्थिक मदद करनी चाहिए। प्रदेश सरकार को केंद्र सरकार से इमरजेंसी क्रेडिट लाइन का लाभ उन इकाइयों को भी देने का आग्रह करने चाहिए जिन इकाईयों ने फरवरी 2020 के बाद ऋण लिए है ताकि उनको कुछ न कुछ सहारा मिल सके।

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