कोरोना मरीजों के लिए अन्य राज्यों के निजी अस्पतालों की सेवा भी लेगी सरकार, अनाथ बच्‍चों को आर्थिक मदद

Himachal Govt Decision हिमाचल सरकार ने कोरोना मरीजों के लिए अब राज्य के भीतर और बाहर के निजी अस्पतालों की सेवाएं लेने का निर्णय लिया है। इसके लिए सुविधा के अनुसार शुल्क निर्धारित किया है। प्रतिदिन के हिसाब से साधारण बिस्तर के लिए 800 शुल्क देने का निर्णय लिया है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 07:53 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 07:53 AM (IST)
कोरोना मरीजों के लिए अन्य राज्यों के निजी अस्पतालों की सेवा भी लेगी सरकार, अनाथ बच्‍चों को आर्थिक मदद
हिमाचल सरकार ने कोरोना मरीजों के लिए बाहर के निजी अस्पतालों की सेवाएं लेने का निर्णय लिया है।

शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल सरकार ने कोरोना मरीजों के लिए अब राज्य के भीतर और बाहर के निजी अस्पतालों की सेवाएं लेने का निर्णय लिया है। इसके लिए सुविधा के अनुसार शुल्क निर्धारित किया है। प्रतिदिन के हिसाब से साधारण बिस्तर के लिए 800, आक्सीजन युक्त बिस्तर के लिए 4000 व आइसीयू बिस्तर के लिए 9000 रुपये प्रतिदिन शुल्क देने का निर्णय लिया है। जयराम सरकार ने प्रदेश में कोरोना मामलों में हो रही तीव्र वृद्धि के दृष्टिगत मौजूदा संस्थानों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने और इलाज के लिए अस्थायी अस्पतालों का निर्माण करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमित के शव को घर तक पहुंचाने के लिए डेड बाडी वैन उपलब्ध करवाएगी, ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

अनाथ हुए सात बच्चों को 18 साल तक 2500 रुपये देगी सरकार

प्रदेश में अब तक कोविड महामारी के कारण सात बच्चे अनाथ हुए हैं, जो अपने रिश्तेदारों के साथ रह रहे हैं। सरकार ने उनके अभिभावकों से संपर्क किया है, लेकिन उन्होंने इन बच्चों को शिशु देखभाल केंद्र भेजने से मना कर दिया है। अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि ऐसे बच्चों को पालक की देखभाल में रखने के लिए तुरंत कार्रवाई शुरू करें। उन्हें 18 वर्ष आयु तक 2500 रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा। 18 वर्ष की आयु तक के ऐसे बच्चे, जिन्होंने कोविड महामारी के कारण माता-पिता को खो दिया है या कोविड से पीडि़त हैं, उन्हें शिशु देखभाल केंद्रों में आश्रय और देखभाल प्रदान की जाएगी। सभी शिशु देखभाल केंद्रों में आक्सीमीटर, थर्मामीटर और थर्मल स्कैनर आदि उपलब्ध कराए गए हैं। इन संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों को टीकाकरण के उद्देश्य से अग्रणी पंक्ति का कार्यकर्ता घोषित किया गया है।

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