Teacher Award: कोरोना काल में आनलाइन पाठ्यक्रम तैयार करने वाले शिक्षक होंगे सम्मानित, पढ़ें खबर
Teacher Awarded कोरोना काल में विद्यार्थियों के लिए आनलाइन पाठ्यक्रम तैयार करने वाले शिक्षकों को विभाग सम्मानित करेगा। पांच अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय शिक्षक दिवस के मौके पर होने वाले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री भी राज्य अतिथि गृह पीटरहाफ में मौजूद रहेंगे।
शिमला, जागरण संवाददाता। Teacher Awarded, कोरोना काल में विद्यार्थियों के लिए आनलाइन पाठ्यक्रम तैयार करने वाले शिक्षकों को विभाग सम्मानित करेगा। पांच अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय शिक्षक दिवस के मौके पर होने वाले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री भी राज्य अतिथि गृह पीटरहाफ में मौजूद रहेंगे। इनमें 150 से ज्यादा शिक्षक शामिल हैं। इन सभी को मुख्यमंत्री की ओर प्रशस्ति पत्र के साथ शाल व टोपी देकर इन्हें सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम दिन में 11 बजे शुरू होगा। समग्र शिक्षा अभियान ने आनलाइन पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए स्टेट रिसोर्स ग्रुप बनाए हैं। प्रारंभिक और उच्चतर शिक्षा विभाग के पाठ्यक्रम का जिम्मा अलग-अलग ग्रुप को दिया हुआ था। प्रदेश सरकार ने पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर 18 शिक्षकों को सम्मानित किया था। शिक्षा मंत्री ने विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर इस पर विस्तृत चर्चा की थी।
आनलाइन पढ़ाई में हिमाचल को राष्ट्रीय स्तर पर मिल चुकी है शाबाशी
आनलाइन पढ़ाई करवाने में हिमाचल देश में अव्वल रहा है। इसके लिए केंद्र से शाबाशी भी मिली है। समग्र शिक्षा अभियान यानी एसएसए ने इसके लिए बेहतर कार्य किया है। इसके लिए ई कंटेंट तैयार करने से लेकर रेडियो व दूरदर्शन के माध्यम से भी पढ़ाई करवाई। इसके लिए रिकार्ड समय में पाठ्यक्रम तैयार किया गया। शिक्षा विभाग का मानना है कि स्टेट रिसोर्स ग्रुप में जो शिक्षक शामिल हैं, उन्होंने दोहरी मेहनत की है। पहले पाठ्यक्रम तैयार किया इसके साथ विद्यार्थियों की कक्षाएं भी ली।
कोरोना से जान गंवा चुके शिक्षकों का मांगा रिकार्ड
शिमला। कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले शिक्षकों के स्वजन को सरकार 50 लाख की वित्तीय सहायता देगी। शिक्षा विभाग ने इसको लेकर स्कूलों से रिकार्ड तलब किया है। उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा की ओर से इस संबंध में पत्र जारी किया है। पत्र में कहा गया है कि रिकार्ड सत्यापित कर भेजेें। शिक्षक की ड्यूटी कहां पर थी। कितने दिन बाद मौत हुई और कोविड डेथ रिपोर्ट, जो किसी लैब से सत्यापित हो वह भी जमा करवानी होगी। यदि सभी दस्तावेज सही पाए जाते हैं तो मृतक शिक्षक के स्वजन इस राशि के हकदार होंगे। इसके साथ ही विभाग ने यह भी साफ किया है कि फ्रंट लाइन वर्कर, जो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत नहीं आते हैं, केवल उन्हें ही यह राशि दी जाएगी। प्रदेश सरकार ने इसके लिए विशेष कमेटी का भी गठन किया है। लाकडाउन और कोरोना कफ्र्यू के दौरान सरकार ने शिक्षकों की ड्यूटी कोविड केयर सेंटर, वैक्सीनेशन सेंटर से लेकर प्रदेश की सीमाओं पर रिकार्ड मेंटेन करने के लिए लगाई थी। कई शिक्षकों की इस दौरान मौत भी हुई है। प्रदेश सरकार अनुग्रह अनुदान के तौर पर यह राशि देगी।