JEE NEET Coaching: हिमाचल में विद्यार्थियों को दो दिन में ज्वाइन करनी होगी कोचिंग क्लास, पढ़ें खबर
JEE NEET Coaching हिमाचल के सरकारी स्कूलों में नौवीं से जमा दो कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) व संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की कोचिंग के लिए स्वर्ण जयंती विद्यार्थी अनुशिक्षण योजना बुधवार से शुरू हो गई है।
शिमला, जागरण संवाददाता। JEE NEET Coaching, हिमाचल के सरकारी स्कूलों में नौवीं से जमा दो कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) व संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की कोचिंग के लिए 'स्वर्ण जयंती विद्यार्थी अनुशिक्षण योजना' बुधवार से शुरू हो गई है। योजना के तहत विद्यार्थियों को शनिवार व रविवार दो दिन आनलाइन कोचिंग क्लास में भाग लेना अनिवार्य किया गया है। इस संबंध में उच्चतर शिक्षा विभाग निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को निर्देश दिए हैं। उन्हें कहा गया है कि इसकी सही निगरानी करें और स्कूलों से फीडबैक लें। पहले दो दिन कितने विद्यार्थी कोचिंग क्लासेज में जुड़ें।
आनलाइन पढ़ाई के लिए शुरू हर घर पाठशाला के पोर्टल पर कोचिंग की पढ़ाई सामग्री व पाठ्यक्रम अपलोड कर दिए गए हैं। पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने योजना का शुभारंभ किया था। यह योजना दो चरणों में चलेगी। शिक्षा विभाग का स्टेट रिसोर्स ग्रुप वीडियो लैसन तैयार करेगा। इसके लिए गैर सरकारी संस्था की भी मदद ली जाएगी।
उच्चतर शिक्षा विभाग निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने बताया कि जमा दो पास करने के बाद जब बच्चे जमा दो पहुंच जाएंगे तब उनका टेस्ट लिया जाएगा। इस टेस्ट को उत्तीर्ण करने वाले 10 फीसद विद्यार्थियों का चयन फाइनल कोचिंग के लिए किया जाएगा। इसमें छात्रों की रुचि भी देखी जाएगी कि क्या वह मेडिकल और इंजीनियरिंग की फील्ड में जाना चाहते हैं या नहीं।
बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई करवाएगा विभाग
शिमला। कोरोना महामारी के खतरे के बीच शिक्षा विभाग बच्चों की आनलाइन पढ़ाई रोचक तरीके से करवाएगा। इसके लिए कई बदलाव आने वाले दिनों में किए जाएंगे। समग्र शिक्षा अभियान ने पहली से पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए वेबिनार का आयोजन किया। इसमें सिरमौर जिले के 28 शिक्षक जुड़े। कार्यक्रम में शिक्षकों ने बच्चों की आनलाइन पढ़ाई के लिए ऐसे आडियो-वीडियो विजुअल तैयार किए थे जिसमें बच्चे न केवल अक्षरों की पहचान पढ़कर कर सकते हैं बल्कि वे कलरफुल चार्ट के जरिये उन्हें खेल-खेल में देख भी सकते थे। इसमें गिनती, वर्णमाला सहित अन्य प्राइमरी के सिलेबस के लिए गेम आधारित चार्ट तैयार किए थे। सभी जिलों के साथ इस तरह के वेबिनार आयोजित होंगे।