महंगे वाहनों पर सवार कर्ज में दबे प्रदेश के अफसर, सरकार ने खरीदे करोड़ों रुपये के 229 वाहन; पढ़ें पूरा मामला

Govt Purchase Crores Rupees Luxury Vehicle फिजूलखर्ची पर रोक लगाने का दावा करने वाली सरकार के अफसर महंगे वाहनों पर सवार हैं।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 08:59 AM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 04:42 PM (IST)
महंगे वाहनों पर सवार कर्ज में दबे प्रदेश के अफसर, सरकार ने खरीदे करोड़ों रुपये के 229 वाहन; पढ़ें पूरा मामला
महंगे वाहनों पर सवार कर्ज में दबे प्रदेश के अफसर, सरकार ने खरीदे करोड़ों रुपये के 229 वाहन; पढ़ें पूरा मामला

धर्मशाला, मुनीष गारिया। फिजूलखर्ची पर रोक लगाने का दावा करने वाली सरकार के अफसर महंगे वाहनों पर सवार हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक साल की अवधि में सरकार ने 229 लग्जरी वाहनों की खरीद की। इससे सरकारी खजाने पर करोड़ों का बोझ पड़ा है। आलम यह है कि सरकार अफसरों पर मेहरबान है। एक-एक वाहन पर 35 लाख रुपये तक खर्च किए गए हैं।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के सवाल के उत्तर में कहा कि सरकार बनने से जनवरी 2019 तक अधिकारियों के लिए 229 वाहनों की खरीद की है। सबसे ज्यादा 89 वाहन पुलिस विभाग के लिए खरीदे हैं। इसके अलावा फायर सर्विस के लिए 12, वन विभाग को 6, सचिवालय के लिए 7, गृहरक्षक के लिए 10 व सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के लिए 30 वाहनों की खरीद की है। अन्य विभागों के लिए भी मांग के अनुसार वाहन खरीदे हैं। अब सरकार ने निर्णय लिया है कि सचिवालय के लिए जो भी नए वाहन खरीदे जाएंगे, उसके लिए टोयोटा कंपनी बेंगुलुरु से बातचीत की गई है। कंपनी विशेष दरों पर नए वाहन देगी।

किन्नौर में उपभोक्ताओं के 23 मामले लंबित

शिमला, सिरमौर व किन्नौर में उपभोक्ता न्यायालय में उपभोक्ताओं की शिकायतों के निवारण के लिए एक जिला उपभोक्ता मंच का गठन किया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किन्नौर के विधायक जगत ङ्क्षसह नेगी के अतारांकित प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि वर्तमान में जिला किन्नौर में 23 उपभोक्ताओं की शिकायतें लंबित हैं। उपरोक्त सभी जिलों में शिकायतों के अनुपात में ही जिला उपभोक्ता मंच की बैठक का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है।

दो साल में सांडों ने ली 12 की जान

प्रदेश की सड़कों व गलियों में घूम रहे सांडों के हमलों से हिमाचल के 12 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 39 लोगों को जख्म मिले हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हमीरपुर के विधायक नरेंद्र ठाकुर के प्रश्न के लिखित उत्तर ने बताया कि 30 जून, 2017 से 31 जुलाई, 2019  तक जिला  कांगड़ा  में  पांच की मौत हुई और  4  घायल हुए हैं। हमीरपुर  में  3  की  मौत तथा 15 घायल, ऊना में 3 की मौत, मंडी में 1 की मृत्यु तथा 9 घायल एवं बिलासपुर  में  11  लोग घायल  हुए हैं। इस अवधि में 51 मामले आए हैं और 47 लाख 59 हजार 300 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है।

chat bot
आपका साथी