हिमाचल विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ काले बिल्ले लगाकर करेगा काम, प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप
Himachal Electricity Employees हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ ने मांगों को लेकर बोर्ड प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार से अगले सात दिन तक कर्मचारी काले बिल्ले लगाकर काम करेंगे। जो मांगें कर्मचारियों की मानी हुई हैं उन्हें भी लागू नहीं किया जा रहा है।
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Electricity Employees, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ ने मांगों को लेकर बोर्ड प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार से अगले सात दिन तक कर्मचारी काले बिल्ले लगाकर काम करेंगे। हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ की प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक मंगलवार को संघ कार्यालय कालीबाड़ी शिमला में हुई। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दुनी चंद ठाकुर ने बोर्ड प्रबंधन पर आरोप लगाया कि वह तकनीकी कर्मचारियों की समस्याओं को जानबूझ कर लटका रहा है, जो मांगें कर्मचारियों की मानी हुई हैं उन्हें भी लागू नहीं किया जा रहा है।
अगर विद्युत बोर्ड प्रबंधन मांगों को लागू नहीं करता है तो बुधवार से समस्त तकनीकी कर्मचारी काले बिल्ले लगा कर सात दिन तक काम करेंगे। दो अगस्त से प्रदेश पदाधिकारी विद्युत मुख्यालय शिमला में कर्मिक भूख हड़ताल पर बैठेंगे। प्रदेश अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार से भी आग्रह किया है कि 21 जनवरी, 2019 में की गई घोषणा को लागू करवाया जाए। इसके लिए सर्विस कमेटी की बैठक करने का आदेश दें। इसमें प्रदेश सरकार की ओर से वित्त सचिव का होना अनिवार्य होता है।
मांगों को लेकर विधानसभा का घेराव करेंगे सैहब कर्मचारी
शिमला। नगर निगम की सैहब सोसायटी और नियमित कर्मचारियों ने निगम प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारियों ने मांगें पूरी करने के लिए निगम प्रबंधन को अल्टीमेटम दिया है। कर्मचारियों ने कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे आंदोलन को तेज करेंगे। पहले चरण में हड़ताल की जाएगी, उसके बाद विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा। मंगलवार को कालीबाड़ी हाल में नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन व सैहब सोसायटी कर्मचारी यूनियन की आम सभा हुई। इसमें सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष नागेश, सैहब सोसायटी यूनियन के अध्यक्ष जसवंत सिंह व अन्य पदाधिकारियों के साथ सफाई कर्मचारियों ने भाग लिया।
कर्मचारियों ने मांग उठाई कि निगम में ठेका प्रथा को पूरी तरह से बंद किया जाए। सैहब सोसायटी के अधीन रखे सभी कर्मचारियों को नगर निगम में नियमित किया जाए। कर्मचारियों ने न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये करने की मांग भी उठाई है। सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष नागेश ने कहा कि कर्मचारियों की मांगें नहीं मानी गईं तो सफाई व सैहब कर्मचारी विधानसभा का घेराव करेंगे और अपनी मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे।
इस दौरान नगर निगम के मृतक कर्मचारियों के स्वजन को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने की मांग भी उठाई है। सैहब सोसायटी यूनियन के अध्यक्ष जसवंत ङ्क्षसह ने कहा कि नगर निगम कर्मचारियों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है, ऐसे में कर्मचारी आंदोलन करने को मजबूर हो गए हैं।