मुख्यमंत्री बोले, कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक, प्रदेश में ऑक्सीजन की नहीं होगी कमी

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक है। इस बार वायरस जहां तेजी से फैल रहा है वहीं इससे ठीक होने का समय भी ज्यादा लग रहा है और मृत्यु दर भी अधिक है। बावजूद इसके लोग सहयोग नहीं कर रहे हैं

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 01:52 PM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 10:34 PM (IST)
मुख्यमंत्री बोले, कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक, प्रदेश में ऑक्सीजन की नहीं होगी कमी
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक है।

चंबा, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक है। इस बार वायरस जहां तेजी से फैल रहा है, वहीं इससे ठीक होने का समय भी ज्यादा लग रहा है और मृत्यु दर भी अधिक है। बावजूद इसके लोग सहयोग नहीं कर रहे हैं, जिस कारण सरकार को रोजाना कड़े निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। कोराना की पहली लहर में प्रदेश में एक्टिव केस के दस हजार के आंकडे को पार करने के लिए दस माह लगे थे। मगर यह दूसरी लहर इतनी खतरनाक है कि महज डेढ़ माह में ही प्रदेश में बीस हजार का आकंड़ा पार हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आॅक्सीजन की कोई कमी नहीं है। प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को राज्य को अतिरिक्त डी व बी टाईप सिलेंडर उपलब्ध करवाने का आग्रह किया है।

प्रदेश में सिलेंडरों के परिवहन के लिए आॅक्सीजन उत्पादन इकाइयों की जिलावार मैपिंग की जाएगी, ताकि आवश्यकता पड़ने पर जिलों को निकटतम इकाई से आॅक्सीजन की आपूर्ति हो सके। इससे न केवल परिवहन से मूल्यवान समय की बचत होगी बल्कि आॅक्सीजन की समयबद्ध आपूर्ति सुनिश्चित होगी। राज्य सरकार होम आइसोलेशन तंत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और लगभग 90 फीसद कोविड-19 रोगियों को होम आइसोलेशन के अंतर्गत रखा गया है।

स्वास्थ्य कर्मियों से होम आईसोलेशन में रह रहे रोगियों के स्वास्थ्य मापदंडों पर निरंतर निगरानी रखने का आग्रह किया ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें तुरंत अस्पताल में स्थानांतरित किया जा सके। पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों के चयनित प्रतिनिधियों से इन रोगियों की देखभाल के लिए अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करने का भी आग्रह किया। जांच में तेजी और काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए प्रभावी तंत्र विकसित किया जाना चाहि। लोगों को इस वायरस के प्रसार को फैलने से रोकने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा समय-समय पर जारी की गई मानक संचालन प्रक्रियाओं और दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

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