प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी भंग, राठौर पर भरोसा कायम; जानिए क्‍या बोले वीरभद्र सिंह और कुलदीप

प्रदेश अध्यक्ष को नई कार्यकारिणी के गठन का अधिकार दिया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर राज्य में संगठन को नए सिरे से खड़ा करने को कहा है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 04:16 PM (IST) Updated:Thu, 21 Nov 2019 10:13 AM (IST)
प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी भंग, राठौर पर भरोसा कायम; जानिए क्‍या बोले वीरभद्र सिंह और कुलदीप
प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी भंग, राठौर पर भरोसा कायम; जानिए क्‍या बोले वीरभद्र सिंह और कुलदीप

शिमला, जेएनएन। आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष को छोड़कर समूची हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी भंग कर दी गई है। प्रदेश अध्यक्ष को नई कार्यकारिणी के गठन का अधिकार दिया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर राज्य में संगठन को नए सिरे से खड़ा करने को कहा है। इस आदेश का साफ मतलब है कि पार्टी हिमाचल में अब मजबूत संगठन चाहती है। कांग्रेस में वही हुआ, जिसके बारे में लंबे समय से कयास लगाए जा रहे थे। सोनिया गांधी की हां के बाद राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने हिमाचल में कार्यकारिणी भंग करने के आदेश जारी कर दिए।

राठौर की नियुक्त राहुल गांधी ने की थी। ऐसे में उनका पद बरकरार रखा गया है। अब वह अपने हिसाब से सेना तैयार करेंगे, जो अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा से लड़ेगी। राठौर की ताजपोशी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हुई थी और उसके बाद विधानसभा उपचुनाव भी हुए। ऐसे में उन्हें संगठन में फेरबदल करने का मौका नहीं मिला। वह काफी समय से संगठन में फेरबदल करने की बात कह रहे थे, लेकिन आलाकमान से हरी झंडी नहीं मिल पा रही थी।

हालांकि कई नेता राठौर के विरोध में उतर आए थे और दिल्ली तक उनकी शिकायतें जा रही थी। उन्होंने ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए मुहिम चला रखी थी, जिसमें भी कई नेता रोड़ा बने थे। इस सबके बीच हाईकमान ने पूरी कार्यकारिणी ही भंग कर दी, जिससे राठौर को मजबूती मिली है। अब नए सिरे से ही ब्लॉक, जिला व प्रदेश कार्यकारिणी में नेताओं को जगह मिलेगी।

कुलदीप को वीरभद्र का साथ

कुलदीप राठौर अध्यक्ष बनने के बाद से वीरभद्र के साथ मिलकर चल रहे हैं। उनके इस रवैये से दूसरे नेता विरोध कर रहे थे। अब राठौर को आलाकमान से जिम्मेदारी मिलने से वीरभद्र भी मजबूत होंगे। सूत्र बताते हैं कि इस बारे में हाईकमान ने फीडबैक भी लिया है।

राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुझे स्वतंत्र रूप से कार्य करने का मौका दिया है, ताकि संगठन को मजबूत किया जा सके। इसके पीछे कारण यह है कि जब मेरी नियुक्ति हुई, उस समय लोकसभा चुनाव होने वाले थे। उसके तुरंत बाद राज्य में विधानसभा उपचुनाव हुआ। मुझे संगठन की ओर ध्यान देने का ज्यादा मौका नहीं मिला। अब नए सिरे से मजबूत और बेहतर संगठन खड़ा किया जाएगा। -कुलदीप सिंह राठौर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष।

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