Himachal By Election: पांच हजार शिक्षक देंगे चुनावी ड्यूटी, 600 स्कूलों में बनाए गए मतदान केंद्र
Himachal By Election हिमाचल में होने वाले उपचुनाव में पांच हजार शिक्षक चुनावी ड्यूटी देंगे। राज्य निर्वाचन विभाग ने इन शिक्षकों की ड्यूटी लगाई है। शिक्षकों ने उपचुनाव के लिए ट्रेनिंग भी कर ली है। एक-दो दिन के भीतर ये सभी शिक्षक चुनावी ड्यूटी के लिए रवाना हो जाएंगे।
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal By Election, हिमाचल में होने वाले उपचुनाव में पांच हजार शिक्षक चुनावी ड्यूटी देंगे। राज्य निर्वाचन विभाग ने इन शिक्षकों की ड्यूटी लगाई है। शिक्षकों ने उपचुनाव के लिए ट्रेनिंग भी कर ली है। एक-दो दिन के भीतर ये सभी शिक्षक चुनावी ड्यूटी के लिए रवाना हो जाएंगे। हालांकि शिक्षकों के जाने से पढ़ाई बाधित होगी। प्रदेश के करीब 600 स्कूलों में 29 और 30 अक्टूबर दो दिन अवकाश रहेगा। इन स्कूलों में पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैैं। हालांकि शिक्षा विभाग ने आठ दिन के लिए स्कूल बंद कर दिए हैं।
29 अक्टूबर को चुनाव आयोग की टीमें इन स्कूलों में पहुंच जाएंगी। इसके अलावा 30 को जिन विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होगा, वहां अवकाश रहेगा। सबसे ज्यादा स्कूल मंडी संसदीय क्षेत्र में बंद रहेंगे। मंडी जिला से ही 3300 के करीब शिक्षकों की चुनावी ड्यूटी लगाई गई है। शिक्षक संगठन सरकार व राज्य निर्वाचन आयोग से मांग कर रहे थे कि चुनाव में उनकी ड्यूटी न लगाई जाए। उनका तर्क था कि स्कूल लंबे समय के बाद खुले हैं। चुनावी ड्यूटी पर जाने से स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई बाधित होगी। हालांकि नियम के तहत चुनावी ड्यूटी से शिक्षक इन्कार नहीं कर सकते। हालांकि विशेष परिस्थितियों में चुनावी ड्यूटी को रद करवाया जा सकता है।
सरकारी मशीनरी का हो रहा दुरुपयोग : राठौर
शिमला। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने उपचुनाव में भाजपा पर धन बल, सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। यहां जारी बयान में राठौर ने कहा कि रामपुर में इतनी बड़ी मात्रा में शराब को पकड़ा जाना बहुत ही चिंता की बात है। राठौर ने आरोप लगाया कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है। कांग्रेस की ओर से की आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। राठौर ने चुनाव आयोग से प्रदेश में आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन करने और सरकार के धनबल पर कड़ी नजर रखने को कहा है। उन्होंने कहा है कि रामपुर में शराब भेजने वाले नेताओं के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए।