हिमाचल विधानसभा में हुए हंगामे के विरोध में भाजपा ने जलाया कांग्रेस विधायकों का पुतला

Himachal BJP Protest भाजपा मंडल चिंतपूर्णी ने इसका कड़ा विरोध करते हुए अम्ब चौक पर नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और इस मामले में विधानसभा सत्र से निलंबित किए विधायकों सहित कांग्रेस पार्टी का पुतला फूंका। इस कृत्य को लोकतांत्रिक व संसदीय मर्यादाओं को तोड़ने वाला करार दिया है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 12:15 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 12:15 PM (IST)
हिमाचल विधानसभा में हुए हंगामे के विरोध में भाजपा ने जलाया कांग्रेस विधायकों का पुतला
भाजपा मंडल चिंतपूर्णी ने नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और निलंबित किए विधायकों सहित कांग्रेस पार्टी का पुतला फूंका।

अम्ब, जेएनएन। विधानसभा सत्र में शुक्रवार को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के साथ हुई बदसुलूकी मामले में भाजपा ने कड़े तेवर अख्तियार कर लिए हैं। आज भाजपा मंडल चिंतपूर्णी ने इसका कड़ा विरोध करते हुए अम्ब चौक पर नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और इस मामले में विधानसभा सत्र से निलंबित किए विधायकों सहित कांग्रेस पार्टी का पुतला फूंका। विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए चिंतपूर्णी के विधायक बलवीर सिंह चौधरी और हिमुडा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने कांग्रेस विधायकों के विधानसभा के अंदर और बाहर किए इस कृत्य को लोकतांत्रिक व संसदीय मर्यादाओं को तोड़ने वाला करार दिया है।

बलवीर ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा के अंदर राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान हंगामा किया और बाहर गाड़ी रोककर नारेबाजी व उनके साथ अभद्र व्यवहार करना कांग्रेस की घटिया मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार हुआ जो किसी भी सूरत में उचित नहीं ठहराया जा सकता है।

उन्होंने कहा जिस तरह से कांग्रेस पहले विधानसभा चुनाव हारी उसके बाद लोकसभा चुनाव में इनका सूपड़ा साफ हुआ और अब पंचायतीराज चुनाव को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस पार्टी नेता इससे पूरी तरह से बौखला चुके हैं। उन्होंने कहा कांग्रेस जब भी सत्ता से बाहर होती है तो उनके नेता ऐसे ही संसदीय परंपराओं को तोड़ने का काम करते हैं।

उन्होंने कहा कांग्रेस के नेता एक दूसरे के आगे निकलने के चक्कर में जिस तरह से हिमाचल को शर्मसार कर रहे हैं। इससे प्रदेश की जनता का सर शर्म से झुक गया है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस के नेताओं को संसदीय परंपराओं का सम्मान है या उनमें जरा भी नैतिकता बेची है तो उन्हें सामने आकर अपने इस कृत्य के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

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