पश्चिम बंगाल चुनाव, हिमाचल भाजपा अधिक सीटें जीतने को मान रही जीत, कांग्रेस मोदी की व्यक्तिगत हार

West Bengal Result पश्चिम बंगाल में हिमाचल का कुछ भी दाव पर नहीं लगा था लेकिन यहां से भाजपा और कांग्रेस के कुछ नेता भी प्रचार करने गए थे। भाजपा यहां पहले से अधिक सीटें लाने को जीत मान रही है तो कांग्रेस इसे मोदी की व्यक्तिगत हार बता रही।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 11:43 AM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 11:43 AM (IST)
पश्चिम बंगाल चुनाव, हिमाचल भाजपा अधिक सीटें जीतने को मान रही जीत, कांग्रेस मोदी की व्यक्तिगत हार
पश्चिम बंगाल में हिमाचल का कुछ भी दाव पर नहीं लगा था

शिमला, राज्य ब्यूरो। रविवार हो आए पांच राज्यों के चुनाव नतीजों में सबकी दिलचस्पी पश्चिम बंगाल में थी। हालांकि इस चुनाव में हिमाचल का कुछ भी दाव पर नहीं लगा था, लेकिन यहां से भाजपा और कांग्रेस के कुछ नेता भी प्रचार करने गए थे। भाजपा यहां पहले से अधिक सीटें लाने को जीत मान रही है तो कांग्रेस इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यक्तिगत हार बता रही। प्रदेश भाजपा के संगठन मंत्री पवन राणा पार्टी की नैया पार लगाने के लिए कोलकाता में डेरा डाले हुए थे। राणा को चुनाव का सुलझा हुआ रणनीतिकार माना जाता है। वहीं कांग्रेस ने युवा नेता रघुवीर बाली को चुनाव प्रचार के लिए भेजा था, लेकिन दोनों टैगोर की धरती में सियासत का पाठ नहीं पढ़ा सके। कांग्रेस का खाता नहीं खुल पाया तो दूसरी ओर सत्ता में आने का दावा करने वाली भाजपा अपेक्षा अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकी।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप का कहना है तीन से 80 सीटें जीतना सफलता का परिचायक है। धुर विरोधी दलों ने भाजपा को हराने के लिए वोट शिफ्ट करवाकर राजनीति की है। सत्ता तक पहुंचने में भाजपा नाकाम रही। 100 सीटें ऐसी रहीं, जहां भी अंत तक एक हजार मतों का अंतर चलता रहा।

कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर का कहना है पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यक्तिगत हार हुई है। मोदी सरकार के धन, बल से चुनाव जीतने के षड्यंत्र को जनता ने अस्वीकार कर दिया। पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद अब मोदी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। जहां तक कांग्रेस का सवाल है तो वहां पर अधिक कुछ था नहीं।

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