हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमित 1185 मरीजों को दी जा रही ऑक्सीजन, जानिए कितनी है खपत व स्टॉक
Himachal Coronavirus Patients प्रदेश में कोविड संक्रमित मरीजों में 1695 विभिन्न कोविड अस्पालों में दाखिल हैं। इन दाखिल मरीजों में से 48 कोविड संक्रमित मरीज वेंटीलेटर पर हैं। अस्पतालों में दाखिल मरीजों में से 1185 मरीजों को आक्सीजन दी जा रही है
शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Coronavirus Patients, प्रदेश में कोविड संक्रमित मरीजों में 1695 विभिन्न कोविड अस्पालों में दाखिल हैं। इन दाखिल मरीजों में से 48 कोविड संक्रमित मरीज वेंटीलेटर पर हैं। अस्पतालों में दाखिल मरीजों में से 1185 मरीजों को आक्सीजन दी जा रही है और इन्हें 23 मीट्रिक टन आक्सीजन की प्रतिदिन आवश्यकता पड़ रही है। आक्सीजन की उपलब्धता को लेकर प्रदेश में एक एप तैयार किया जा रहा है जिसमें ऑक्सीजन से संबंधित हर जानकारी उपलब्ध रहेगी। यदि किसी स्वास्थ्य संस्थान में आक्सीजन की कमी पाई जाती है तो उसकी सूचना इस एप पर मिल जाएगी जिस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
टीका है जरूरी : राजेंद्र गर्ग
खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेंद्र गर्ग का कहना है कोरोना वैक्सीन डोज लेना नितांत अनिवार्य है। ऐसे में मैं कहना चाहता हूं कि समाज के सामान्य लोग वैक्सीन को लेकर अफवाहें फैलाने वालों के प्रभाव में न आएं। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और पूरे परिवार को संक्रमण से बचाने में सहायक साबित हो रही है। मैंने भी वैक्सीन डोज लगवाई है। इतना जरूर है कि दूसरे लोगों की तरह मुझे भी बुखार आया था और दवा लेने से एक-दो दिनों में सामान्य हो गया था। ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह लोग टीकाकरण करवाने में संकोच कर रहे हैं। वैक्सीन लगाने की सर्वोच्च प्राथमिकता को टाले जा रहे हैं। इस तरह से वैकसीन लगाने के लिए चल रहे कार्यक्रम में तुरंत शामिल होने की जरूरत है, टालना अच्छा नहीं रहेगा। कोरोना संक्रमण से प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षित करने के लिए सरकार की ओर से अब तो तीसरे चरण के लिए पंजीकरण शुरू कर दिया गया है। राज्य के युवाओं को शीघ्र ही कोरोना टीका लगना शुरू होगा। उससे प्रदेश में हर आयु वर्ग के लोग स्वास्थ्य की दृष्टि से सुरक्षित होंगे। कोरोना संक्रमण से बचाव रखने के लिए हम सभी को टीकाकरण करवाना जरूरी है।
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प्रदेश में आक्सीजन की कमी नहीं है और 53 मीट्रिक टन आक्सीजन उपलब्ध है। प्रदेश में बिस्तरों की संख्या को बढ़ाया जा रहा है। अप्रैल माह में बिस्तरों की संख्या 1422 थी जिसे बढ़ाकर करीब 1924 बिस्तर तक किया गया है। आक्सीजन की मात्रा को बढ़ाने लिए चंबा मेडिकल कॉलेज में भी पीएसए प्लांट को स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह जल्द ही कार्य करना शुरु कर देगा।
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