हिमाचल प्रदेश में 199 जेबीटी बनेंगे टीजीटी, शिक्षा विभाग ने तैयार किया पैनल, पढ़ें पूरा मामला

JBT Promotion शिक्षा विभाग में 199 जेबीटी को जल्द ही पदोन्नति का तोहफा मिलेगा। टेट पास जेबीटी (कनिष्ठ बुनियादी अध्यापक) को सरकार पदोन्नत कर टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक) बनाएगी। शिक्षा विभाग ने इसके लिए पदोन्नति सूची तैयार कर दी है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 08:16 AM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 08:16 AM (IST)
हिमाचल प्रदेश में 199 जेबीटी बनेंगे टीजीटी, शिक्षा विभाग ने तैयार किया पैनल, पढ़ें पूरा मामला
शिक्षा विभाग में 199 जेबीटी को जल्द ही पदोन्नति का तोहफा मिलेगा।

शिमला, जागरण संवाददाता। JBT Promotion As TGT, शिक्षा विभाग में 199 जेबीटी को जल्द ही पदोन्नति का तोहफा मिलेगा। टेट पास जेबीटी (कनिष्ठ बुनियादी अध्यापक) को सरकार पदोन्नत कर टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक) बनाएगी। शिक्षा विभाग ने इसके लिए पदोन्नति सूची तैयार कर दी है। 31 दिसंबर, 2007 व इससे पहले नियुक्त जेबीटी को पदोन्नत किया जाएगा। निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशक और ब्लाक प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह इसके लिए सभी औपचारिकताओं को पूरा करें। शिक्षकों की एसीआर सहित अन्य जो भी औपचारिकताएं हैं, उन्हें पूरी कर निदेशालय भेजें। इन शिक्षकों को जेबीटी से पदोन्नत कर टीजीटी आट्र्स के पद पर तैनात किया जाएगा।

पदोन्नति के बाद इनकी नए स्थानों पर तैनाती होगी। नए टीजीटी आने से राज्य के स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर होगी। विभाग पदोन्नति के अलावा कमिशन और बैच वाइज आधार पर भी टीजीटी की भर्तियां कर रहा है। पिछले काफी समय से नियुक्तियों का मामला विचाराधीन है। कोविड के कारण बैच वाइज भर्तियां भी लटकी हुई हैं। विभाग का कहना है कि जल्द ही इस प्रक्रिया को पूरा कर दिया जाएगा।

मिडिल स्कूलों में मुख्य अध्यापकों के पद सृजित करे सरकार

शिमला। हिमाचल प्रदेश राजकीय प्रशिक्षित कला स्नातक संघ ने सरकार से मिडिल स्कूलों में मुख्य अध्यापकों के पद सृजित करने की मांग की है। देश के सात राज्यों तमिलनाडु, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा व असम की तर्ज पर प्रदेश सरकार 1092 मिडिल स्कूलों में मुख्य अध्यापकों के पद सृजित करे। इन पदों को सेवारत टीजीटी की पदोन्नति से भरने की व्यवस्था की जाए। यहां जारी बयान में संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कौशल, उपाध्यक्ष मदन, महासचिव विजय हीर, राज्य प्रतिनिधि संजय ठाकुर, देसराज, ओम प्रकाश, प्रेस सचिव पवन रांगड़ा, जिला इकाइयों के प्रधान विजय बरवाल, संजय चौधरी, रविंद्र गुलेरिया, राकेश चौधरी, डा. सुनील दत्त, नीरज भारद्वाज, रिग्जिन सैंडप, शेर सिंह, पुष्पराज खिमटा, रामकृष्ण, अमित छाबड़ा, देशराज शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड में मिडिल स्कूल स्तरोन्नत करके हाई स्कूल बनाने पर और मिडिल स्कूलों में भी मुख्य अध्यापकों की नियुक्ति की जा रही है।

झारखंड के तीन हजार मिडिल स्कूलों में भी पद स्वीकृत किए गए हैं। बिहार में एक दशक से मिडिल स्कूलों में मुख्य अध्यापक तैनात किए जाते हैं और तमिलनाडु में भी पांच साल सेवाकाल वाले टीजीटी को मिडिल स्कूल के मुख्य अध्यापक के पद पर पदोन्नत किया जाता है। असम में मिडिल स्कूल में सहायक मुख्य अध्यापक के पद सृजित हैं। हिमाचल में मिडिल स्कूल कलस्टर स्कूल के प्रधानाचार्यों के अधीन चल रहे हैं। मिडिल स्कूलों में इंचार्ज बनने को लेकर नियमों में कई विरोधाभासी प्रविधान है। इधर टीजीटी कला काडर में पदोन्नतियों में ठहराव आ चुका है और पदोन्नति के अवसर कम हैं।

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