महिलाओं का जीवन संवार रही हिम ईरा

हिमईरा मार्केट महिलाओं के जीवन में उजाला ला रही है। ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों की 2.70 लाख महिलाओं की ओर से तैयार 10 करोड़ रुपये के उत्पादों को छह नवंबर तक हिमईरा मार्केट के तहत बेचा जाएगा।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 11:55 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 11:55 PM (IST)
महिलाओं का जीवन संवार रही हिम ईरा
स्वयं सहायता समूहो की ओर से बनाए उत्पाद।

यादवेन्द्र शर्मा, शिमला। हिमईरा मार्केट महिलाओं के जीवन में उजाला ला रही है। त्योहारी सीजन में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं विभिन्न उत्पाद बेच रही हैं। ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों की 2.70 लाख महिलाओं की ओर से तैयार 10 करोड़ रुपये के उत्पादों को छह नवंबर तक हिमईरा मार्केट के तहत बेचा जाएगा।

गोबर व मिट्टी से बनाए गए दीयों, आकर्षक मोमबत्तियों व अन्य उत्पादों की हर खंड विकास कार्यालय के माध्यम से उपलब्ध स्थानों में हर दिन बिक्री होगी। इससे पूर्व साप्ताहिक आधार पर उत्पाद बेचने के लिए हिमईरा मार्केट की व्यवस्था की गई थी। हिमाचल प्रदेश में करवा चौथ के पहले से हिमईरा मार्केट लगाई जा रही है जिसमें महिलाएं अपने उत्पाद बेच रही हैं। अभी तक हिमाचल में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं 27 लाख रुपये के उत्पाद बेच चुकी हैं। महिलाएं स्वावलंबी बनकर परिवार को आर्थिक रूप से संपन्न कर रही हैं।

आनलाइन भी बिक रहे उत्पाद

हिमाचल के कोने-कोने में हिमईरा के तहत उत्पादों को बेचने की आनलाइन भी व्यवस्था की गई है। प्रदेश के कई महिला स्वयं सहायता समूह आनलाइन उत्पाद बेच रहे हैं जिनकी काफी मांग है।

बेहतर हो रहा आर्थिक स्तर

मशोबारा की निवासी रेखा ने बताया कि महिलाओं द्वारा तैयार उत्पाद बेचने के लिए हिमइरा मार्केट वरदान साबित हो रही है। इसके माध्यम से हजारों रुपये के उत्पाद बेचे जा रहे हैं। इससे हमारा आर्थिक स्तर भी बेहतर हो रहा है।

खंडस्तर पर हर दिन उत्पाद बेचने की व्यवस्था

दीपावली के मद्देनजर दीयों सहित अन्य उत्पाद महिलाएं बेच रही हैं। खंडस्तर पर हर दिन उत्पादों को बेचने की व्यवस्था की गई है जिससे महिलाओं को दिक्कत न हो।

-अनिल शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, ग्रामीण आजीविका मिशन हिमाचल प्रदेश

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