भारी बारिश ने फेरा किसानों के अरमानों पर पानी, ऊपरी इलाकों में 60 फीसद फसल तबाह
Heavy Rain Damage Crops बेमौसमी बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। पिछले दो दिनों से लगातार बारिश और ऊपरी क्षेत्रो में हुई ओलावृष्टि से गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। खेत पानी से लबालब भर गए है काटी हुईं फसल खराब होने लग पड़े है।
योल, सुरेश कौशल। Heavy Rain Damage Crops, बेमौसमी बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। पिछले दो दिनों से लगातार बारिश और ऊपरी क्षेत्रो में हुई ओलावृष्टि से गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। खेत पानी से लबालब भर गए है, जिससे काटी हुईं फसल के सिट्टे खराब होने लग पड़े हैं। खड़ी फसल भी बारिश से काफी प्रभावित हुईं हैं। धर्मशाला ब्लाॅक के तहत टिकरी, सालग, अंदराड़, कस्बा नरवाना, ज़दरागल, तगरोटी, कंड करिडयाना जैसे ऊपरी क्षेत्रों में इस भारी बारिश से लगभग 60 फीसद फसल तबाह हुई है।
क्षेत्र के किसान राजेंद्र कुमार, जगदीश चंद, रोहित व संजू ने बताया इस बारिश ने किसानों की साल भर की मेहनत पर पानी फेर कर रख दिया। खेत पानी से भर गए हैं काटी हुई गेहूं गीली होने से काली होने लगी है। ऊपरी इलाकों में बारिश तथा अंधड़ के कारण खड़ी फसल भी खेतों में ढह गई है, जिससे गेहूं के सिट्टे टूट जाने से फसल तबाह होने के कगार पर है।
किसानाें की सालभर की मेहनत इस बारिश से मिट्टी में मिल गई है। ऊपरी क्षेत्रो में अभी तक गेहूं की कटाई चल रही है। काटी हुई फसल तो तबाह हो ही चुकी है। खड़ी फसल के सिट्टे भी ओलावृष्टि से काले पड़ने शुरू होने लगे हैं। सरकार को किसानों की मदद करनी चाहिए।
उधर उपनिदेशक कृषि विभाग कांगड़ा डाक्टर पीसी सैणी ने बताया विभाग की ओर से नुकसान का जायजा लेने के लिए टीम गठित की है, जिसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी। वैसै किसानों को काटी हुई फसल खेतों की मेढों पर खड़ी कर रखनी चाहिए, इससे नुकसान कम होगा।
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