हिमाचल में स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ाई कोरोना की सैंपलिंग

हिमाचल में बेशक कोरोना का रफ्तार कम हो गई हो लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग बढ़ा दी है। शिमला जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पिछले कुछ दिन से थमती नजर आ रही है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग संक्रमण की दर का पता करने को टेस्टिंग तेज कर रहा है।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 07:47 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 07:47 PM (IST)
हिमाचल में स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ाई कोरोना की सैंपलिंग
हिमाचल में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की रोकथाम के सैंपल बढ़ा दिए हैं। जागरण

शिमला, जागरण संवाददाता। हिमाचल में बेशक कोरोना का रफ्तार कम हो गई हो लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग बढ़ा दी है। शिमला जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पिछले कुछ दिन से थमती नजर आ रही है। इसके बावजूद जिला स्वास्थ्य विभाग संक्रमण की दर का पता करने के लिए टेस्टिंग प्रक्रिया तेज करने में जुटा है। जिले में पिछले महीने की अपेक्षा अधिक टेस्ट किए जा रहे हैं। रोजाना टेस्टिंग का आंकड़ा 1500 पार कर रहा है। यह रैट यानी रैपिड एंटीजन टेस्टिंग के जरिए संभव हो रहा है।

कोरोना संक्रमण के बढऩे के चलते प्रदेश सरकार ने रैट को बड़े पैमाने के लिए टेस्टिंग को मंजूरी दी है तो महज पांच मिनट में होने वाले इस टेस्ट के जरिए सैंपङ्क्षलग बढ़ाई जा रही है। इससे जिले में कम समय के भीतर अधिक से अधिक लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। पिछले महीने जहां अधिकतम 1200 से 1300 लोगों के सैंपल संभव हो पाते थे वे अब बढ़ गए हैं। सैंपलिंग प्रक्रिया तेज होने से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को घर-द्वार टेस्ट करने की सुविधा मिल रही है।

चार मोबाइल टेस्टिंग वैन तैनात

जिले के ग्रामीण इलाकों के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से चार मोबाइल टेस्टिंग वैन तैनात की गई हैं। इसमें विशेषकर ऐसे लोगों के टेस्ट किए जा रहे हैं जोकि किसी असमर्थता के कारण नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में टेस्ट करवाने नहीं पहुंच पाते। साथ ही शिमला में ऐसी जगह जहां पर स्वास्थ्य केंद्रों व अस्पतालों का अभाव है वहां भी मोबाइल टेस्टिंग वैन से टेस्टिंग करना शुरू कर दिया गया है। ऐसे लोगों के सैंपल घर से ही लिए जाते हैं और उन्हें घर बैठे रिपोर्ट दी जाती है।

ग्रामीण क्षेत्रों की ओर अधिक ध्यान

जिला निगरानी अधिकारी डा. राकेश भारद्वाज का कहना है कि जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। टेस्टिंग प्रक्रिया में और तेजी लाई गई है ताकि समय रहते संक्रमण का पता चल सके और ज्यादा से ज्यादा लोगों की जानें बचाई जा सकें। कई दिन से देखा जा रहा है कि शहरी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण घटता नजर आ रहा है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में यह दर घटती नजर नहीं आ रही। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा और टेस्टिंग प्रक्रिया को बढ़ाया जाएगा। उनका कहना है कि रैट प्रक्रिया से समय का बचाव होता है और कम समय में अधिक लोगों की जांच संभव होती है।

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