शक्तिपीठ ज्वालामुखी में अब हो पाएंगे हवन यज्ञ, कोविड के कारण 18 महीनों से बंद था माता का हवन कुंड

शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में पिछले 18 माह से बंद पड़े हवन यज्ञ नवरात्रों के समापन के साथ ही शुरू होने जा रहे हैं। जिससे हजारों श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर के भीतर माता के हवन कुंड में जप तप यज्ञ का अवसर मिल पाएगा।

By Richa RanaEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 04:18 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 04:18 PM (IST)
शक्तिपीठ ज्वालामुखी में अब हो पाएंगे हवन यज्ञ, कोविड के कारण 18 महीनों से बंद था माता का हवन कुंड
18 माह से बंद पड़े हवन यज्ञ नवरात्रों के समापन के साथ ही शुरू होने जा रहे हैं।

प्रवीण कुमार शर्मा, ज्वालामुखी। शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में पिछले 18 माह से बंद पड़े हवन यज्ञ नवरात्रों के समापन के साथ ही शुरू होने जा रहे हैं। जिससे हजारों श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर के भीतर माता के हवन कुंड में जप तप यज्ञ का अवसर मिल पाएगा। 

कोविड के कारण 17 मार्च 2020 को पूरे देश में मंदिरों के कपाट बंद होने के साथ ही हिमाचल प्रदेश के सभी बड़े मंदिरों ज्वालामुखी, ब्रजेश्वरी देवी, चामुंडा देवी, चिंतपूर्णी, नैना देवी, तथा बाबा बालक नाथ मंदिरों के कपाट बंद हो गए थे। हालांकि 10 सिंतबर 2020 को सभी मंदिरों के कपाट पुनः श्रद्धालुओं के दर्शनों को खुले थे, लेकिन ज्वालामुखी मंदिर में हवन यज्ञ पर प्रतिबंध जारी रहा था.जो अभी तक नहीं खुला था। प्रतिबंध के कारण माता के हवन कुंड में सालों से चली आ रही परंपराओं को भी नहीं निभाया जा पा रहा था।

नवरात्रों से पहले हुई थी हवन यज्ञ शुरू करने की घोषणा

हवन यज्ञ पर प्रतिबंध के 18 माह बाद पुजारी वर्ग के विशेष अनुरोध पर ज्वालामुखी मंदिर में दर्शनों को आए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने हवन यज्ञ के प्रतिबंध को हटाने की घोषणा की थी. लेकिन नवरात्रों में मंदिरों में अधिक भीड़ के कारण स्थानीय प्रशासन ने अपने स्तर पर हवन यज्ञ को नवरात्रों तक टालने का फैसला लिया था.जिसका पुजारी वर्ग ने समर्थन किया था. अब नवरात्रों के समापन के साथ ही हवन यज्ञ को शुरू करने का निर्णय लिया गया है। यहां वर्णनीय है कि जवालमुखी में माता साक्षात अग्नि रूप में दर्शन देती हैं.इस शक्तिपीठ में हवन यज्ञ का विशेष फल होने के नाते देश भर से श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए हवन यज्ञ करवाते हैं.

सौरभ शर्मा, पुजारी व मंदिर न्यास सदस्य ज्वालामुखी ने कहा कि18 माह तक मां ज्वालामुखी का हवन कुंड बंद रहा है। सरकार ने नवरात्रों में ही हवन शुरू करने की अनुमति दे दी थी.लेकिन स्थानीय प्रशासन ने पुजारी वर्ग व मंदिर न्यास के साथ वार्तालाप के बाद इसे नवरात्रों तक बंद रखने का फैसला लिया था। अब भीड़ कम हुई है. अतः नियमों के साथ हवन यज्ञ शुरू किए जा रहे हैं।

यह बाेले मंदिर न्यासी

मन्दिर न्यास सदस्यों प्रशांत शर्मा,जेपी दत्ता, सौरभ शर्मा,त्रिलोक चौधरी, शशि चौधरी, देश राज भारती ने बताया कि ज्वालामुखी मंदिर में हवन यज्ञ शुरू हो रहे हैं। हवन यज्ञ शुरु होने से पुजारी वर्ग तय नियमों के साथ श्रद्धालुओं से हवन यज्ञ पाठ करवा पाएंगे।

क्या कहते हैं मंदिर अधिकारी

धनवीर ठाकुर, एसडीएम ज्वालामुखी एवं सहायक मंदिर आयुक्त ने कहा मुख्यमंत्री ने नवरात्रों से पहले ही हवन यज्ञ शुरू करने की अनुमति दे दी थी। नवरात्रों में भीड़ के कारण हवन यज्ञ शुरू नहीं किए गए थे। । अब नियमों की अनुपालना के साथ मंदिर में हवन यज्ञ किए जा सकेंगे.इसके लिए पुजारी वर्ग को जरूरी निर्देश दिए जा चुके हैं।

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