उम्र साठ पार, रक्तदान कर चुके 90 बार, युवाओं के लिये प्रेरणा स्रोत बने हमीरपुर के सतपाल शर्मा
Hamirpur Satpal Sharma Donate Blood हमारे खून के कतरे से यदि किसी को जीवन मिल सकता है तो इससे बड़ा पुण्य क्या हो सकता है यह कहना है साठ साल से अधिक आयु पूरी कर चुके सतपाल शर्मा का जो अब तक करीब 90 बार रक्तदान कर चुके हैं।
धनेटा, मनाेज कुमार शर्मा। Hamirpur Satpal Sharma Donate Blood, हमारे खून के कतरे से यदि किसी को जीवन मिल सकता है तो इससे बड़ा पुण्य क्या हो सकता है, यह कहना है साठ साल से अधिक आयु पूरी कर चुके सतपाल शर्मा का, जो अब तक करीब 90 बार रक्तदान कर चुके हैं। आईनिफ्ड हमीरपुर के संस्थापक सतपाल शर्मा एक कुशल कारोबारी के साथ-साथ समाजसेवी भी हैं। वह समाज सेवा के लिए हर समय आगे रहते हैं। मूल रूप से हमीरपुर जिले के पनसाई निवासी सतपाल बताते हैं कि वह साल में कम से कम दो बार रक्तदान अवश्य करते हैं। इस उम्र में भी उनका यह जोश कम नहीं हुआ है। यही वजह है कि कोरोना काल में भी जब किसी व्यक्ति को खून की जरूरत पड़ी तो उन्होंने तुरंत रक्तदान किया।
सतपाल बताते हैं कि पहली बार मैंने 1975 में कॉलेज में पढ़ाई के दौरान रक्तदान किया था। कॉलेज में ब्लड डोनेशन कैंप में हमने भी रक्तदान किया। उसके बाद किसी व्यक्ति को जरूरत पड़ने पर रक्तदान किया था, लेकिन उसमें मुझे जो खुशी मिली थी उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता। बस उसी दिन से यह मेरी आदत में शुमार हो गया है। साल में दो बार रक्तदान करने लगा हूं । मेरा यह प्रयास रहता है कि मैं जरूरतमंद को खून दूं। सतपाल से रक्तदान के लिए लोग संपर्क कर सकें इसकी भी उन्होंने व्यवस्था की है । ओ पॉजिटिव ब्लड ग्रुप वाले सतपाल कहते हैं कि अधिकांश ब्लड डोनर ग्रुप के पास मेरा नंबर भी है। जरूरत पड़ने पर लोग मुझसे सीधे संपर्क कर लेते हैं।
रक्तदान के बाद किसी तरह के नुकसान से इनकार करते हुए सतपाल कहते हैं कि मेरी बेटी भी डॉक्टर है। डॉक्टर बेटी निकिता भी यही कहती हैं कि पापा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। स्वस्थ व्यक्ति साल में तीन बार रक्तदान कर सकता है। युवाओं को इसके लिए प्रेरित करने वाले सतपाल कहते हैं कि कोरोना काल में रक्त की अधिक जरूरत पड़ रही है, इसलिए अगर आप पूर्ण तरह स्वस्थ हैं तो साल में दो बार रक्तदान अवश्य करें।