कुल्‍लू के पिपलागे में दहकते अंगारों पर नाचे माता नैणा भद्रकाली के गुर व चेलियां

दहकते अंगारों पर गूरों व चेलियों का हैरतअंगेज नृत्य देख हर कोई दंग रह गया। यह नजारा जिला कुल्लू के भुंतर स्थित पिपलागे में नैणा माता मंदिर में माता के 21वें जाग उत्सव के मौके पर सोमवार देर रात देखने को मिला।

By Richa RanaEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 01:35 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 01:35 PM (IST)
कुल्‍लू के पिपलागे में दहकते अंगारों पर नाचे माता नैणा भद्रकाली के गुर व चेलियां
कुल्‍ल्लू में दहकते अंगारों पर गूरों व चेलियों का हैरतअंगेज नृत्य देख हर कोई दंग रह गया।

कुल्लू, संवाद सहयोगी। दहकते अंगारों पर गूरों व चेलियों का हैरतअंगेज नृत्य देख हर कोई दंग रह गया। यह नजारा जिला कुल्लू के भुंतर स्थित पिपलागे में नैणा माता मंदिर में माता के 21वें जाग उत्सव के मौके पर सोमवार देर रात देखने को मिला। माता के गूरों व चेलियों ने देव खेल आने पर दहकते अंगारों पर नृत्य कर आस्था का परिचय दिया।

इस धार्मिक कार्यक्रम को देखने के लिए इलाके के लोगों के अलावा प्रदेशभर से श्रद्धालु उमडे़। माता के पुजारी अमित महंत ने बताया कि माता नैणा का 21 वां जागरण (जाग) धूमधाम से नैणा माता मंदिर पिपलागे में मनाया गया। इस जाग महोत्सव में माता भद्रकाली, माता कोयला, माता शीतला, माता छत्रेश्वरी अपने कारकूनों ओर हारियानों सहित विशेष रूप से शामिल हुई। उन्होंने बताया कि इस मौके पर भजन मंडली ने भजन कीर्तन के माध्यम से माता की महिमा का बखान कर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया। रात्रि एक बजे माता नैणा, भद्रकाली अपने, कारकूनों, हारियानो सहित ढोल नगाड़े के साथ मंदिर में प्रवेश किया और अंगारों के चारों ओर परिक्रमा की।

भद्रकाली माता के पुजारी अमित महंत ने बताया कि इस जाग की अद्भुत बात यह है कि यहां पर माता के गुरु, चेलियां आग के अंगारों पर चलते हैं और माता रानी की कृपा से किसी के भी पैर में आंच तक नही आती। उन्होंने बताया कि जाग के दिन माता ने सभी भक्तों के दुखों का निवारण किया और सभी को मनवांछित फल प्रदान किया। माता रानी नारियल से सभी भक्तों के ग्रहों का निवारण करती हैं।

chat bot
आपका साथी