द्विभाषियों की नियुक्ति अच्छी सोच व सुझाव : यशी

जागरण संवाददाता धर्मशाला निर्वासित तिब्बत संसद के उपसभापति आचार्य यशी का कहना है कि पुलिस

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 05:09 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 05:09 AM (IST)
द्विभाषियों की नियुक्ति अच्छी सोच व सुझाव : यशी
द्विभाषियों की नियुक्ति अच्छी सोच व सुझाव : यशी

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : निर्वासित तिब्बत संसद के उपसभापति आचार्य यशी का कहना है कि पुलिस विभाग में द्विभाषियों की नियुक्ति अच्छी सोच व सुझाव है। इससे कई फायदे होंगे। पुलिस विभाग में चीनी सहित तिब्बती भाषा का ज्ञान रखने वाले युवाओं को पुलिस विभाग भर्ती करेगा। इनके साथ इन लोगों को हिदी व अंग्रेजी का भी पूरा ज्ञान होना चाहिए।

पुलिस प्रशासन द्वारा धर्मशाला, शिमला व मनाली में ऐसे लोगों की नियुक्ति की जाएगी। हालांकि यह तय नहीं है कि कब तक इन्हें रखा जाएगा, लेकिन इस संदर्भ में पुलिस विभाग द्वारा एक प्रस्ताव भी प्रदेश सरकार को भेजा गया है।

प्रदेश के इन तीन स्थानों पर द्विभाषियों की नियुक्ति का मकसद यह भी है कि इन क्षेत्रों में तिब्बती समुदाय के लोग भी अधिक रहते हैं। कई बार भाषाई ज्ञान न होने के कारण मामलों को सुलझाने में भी दिक्कत आती है। सबसे बड़ी बात यह है कि धर्मशाला के मैक्लोडगंज में तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा का निवास है और अकसर यहां पर चीनी लोग आते रहते हैं। कई बार संदिग्ध रूप से पकडे़ गए चीनी नागरिकों से बातचीत को लेकर भी समस्याएं सामने आती रही हैं। इन नियुक्तियों की जानकारी पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने भी जिला कांगड़ा के दौरे के दौरान दी थी। आचार्य यशी ने आशा जताई कि जल्द द्विभाषियों की नियुक्ति होगी। पुलिस विभाग के इस फैसले का निर्वासित तिब्बत सरकार ने स्वागत किया है। चीनी सहित तिब्बत भाषा के जानकारों को पुलिस विभाग में तैनात करने का फैसला सराहनीय है। कई बार चीनी जासूस पकड़े जाते हैं, लेकिन चीनी भाषा का ज्ञान न होने के कारण उनसे पूछताछ व अन्य जानकारियां लेने में कठिनाई आती है।

आचार्य यशी, उपसभापति निर्वासित तिब्बत संसद।

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