फ्लू का टीका बच्चों को कोरोना से बचाने में कारगर

ेसंवाद सूत्र कांगड़ा भारत में कोरोना महामारी की पहली लहर ने 60 साल से ऊपर के लोगों क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 09:49 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 09:49 PM (IST)
फ्लू का टीका बच्चों को कोरोना से बचाने में कारगर
फ्लू का टीका बच्चों को कोरोना से बचाने में कारगर

ेसंवाद सूत्र, कांगड़ा : भारत में कोरोना महामारी की पहली लहर ने 60 साल से ऊपर के लोगों को प्रभावित किया। दूसरी लहर ने युवा पीढ़ी को प्रभावित किया। अब प्रस्तावित तीसरी लहर में बच्चे सबसे अधिक असुरक्षित हैं। इससे अभिभावकों में चिता बढ़ गई है।

इस विषय पर चर्चा के दौरान फोर्टिस अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. पुनीत आनंद ने कहा कि चुनौतीपूर्ण समय में कुछ अध्ययनों से पता चला है कि जिन बच्चों को मौसमी फ्लू का टीका लगाया गया है। उनमें कोविड-19 संक्रमण के लक्षणों की संभावना कम होती है। कोविड-संक्रमित बच्चों के बीच किए गए हालिया अध्ययनों से पता चला है कि जिन बच्चों को इन्फ्लूएंजा (फ्लू) का टीका लगाया गया था, उनमें कोविड-19 संक्रमण के खतरे के साथ-साथ गंभीर बीमारी का खतरा भी कम था।

डा. पुनीत आनंद ने कहा कि बच्चों में कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा संक्रमण के लक्षण लगभग समान होते हैं, कुछ बच्चों में गंभीर संक्रमण विकसित होता है, जिसमें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है। चूंकि दोनों एक-दूसरे से मिलते-जुलते हैं, इसलिए बच्चों को सुरक्षित और प्रभावी टीकों से बचाना उचित है। भारतीय बाल रोग अकादमी पहले ही सभी बच्चों को हर साल इन्फ्लूएंजा का टीका देने की सलाह दे चुकी है। फ्लू वैक्सीन वायरल इंटरफेयरेंस के माध्यम से संभावित लाभ प्रदान कर सकता है।

फ्लू के टीके के केवल मामूली दुष्प्रभाव होते हैं, जैसे इंजेक्शन की जगह पर दर्द और हल्का बुखार। यह पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी है। चूंकि वर्तमान में 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को किसी भी उपलब्ध कोविड -19 वैक्सीन का टीका नहीं लगाया जा सकता है, फ्लू का टीका उन्हें वायरल इन्फ्लूएंजा और गंभीर कोविड -19 से भी बचा सकता है।

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