मुकेश अग्निहोत्री समेत पांच कांग्रेस विधायक सत्र के लिए निलंबित, विधानसभा में राज्‍यपाल के साथ हुआ दुर्व्‍यवहार

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में राज्‍यपाल बंडारू दत्तात्रेय मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर व अन्‍य के साथ हुए दुर्व्‍यवहार के बाद विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री समेत पांच कांग्रेस विधायकों को बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। मुकेश अनिग्‍होत्री हरोली से विधायक हैं।

By Richa RanaEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 02:58 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 02:58 PM (IST)
मुकेश अग्निहोत्री समेत पांच कांग्रेस विधायक सत्र के लिए निलंबित, विधानसभा में राज्‍यपाल के साथ हुआ दुर्व्‍यवहार
निलंबित विधायक हर्षवर्धन चौहान, विनय कुमार, सतपाल रायजादा, सुदंर सिंह और मुकेश अग्निहोत्री।

शिमला, राज्‍य ब्‍यूरो। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में राज्‍यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर व अन्‍य के साथ हुए दुर्व्‍यवहार के बाद विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री समेत पांच कांग्रेस विधायकों को बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। मुकेश अनिग्‍होत्री हरोली से विधायक हैं। चर्चा है कि पांचों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करवाई जाएगी।

विधानसभा अध्‍यक्ष विपिन परमार ने यह निर्णय संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज द्वारा लाए प्रस्‍ताव पर दिया। अन्‍य विधायकों में सतपाल रायजादा, विनय कुमार, हर्षवर्धन चौहान और सुंदर सिंह ठाकुर शामिल हैं। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का आज पहला दिन था जिसमें राज्‍यपाल ने अभिभाषण को कुछ देर पढ़ कर कहा कि अब इसे पढ़ा हुआ समझा जाए। जैसे ही राज्‍यपाल बाहर निकलने लगे मुकेश अग्निहोत्री व अन्‍य ने उनका रास्‍ता रोकना शुरू कर दिया।

प्रत्‍यक्षदर्शियों के मुताबिक, न केवल राज्‍यपाल को गाड़ी में बैइने से रोका गया अपितु उनके एडीसी को भी गले से पकड़ा गया। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज भी इस हंगामे में दो बार गिरे। मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्‍यपाल के साथ हुए दुर्व्‍यवहार को शर्मनाक बताते हुए कहा है कि कांग्रेस के लोग जमीन भूल रहे हैं लेकिन उन्‍हें याद रखना चाहिए कि लोग जमीन में गाड़ भी देते हैं।

बकौल मुख्‍यमंत्री मुझे इस बात की पीड़ा है कि यह घटना हिमाचल प्रदेश में घटित हुई है। देवभूमि के लोगों को संस्कारी कहलाता है। ऐसे कांग्रेस विधायकों के कारण प्रदेश शर्मसार हुआ है।मैं चुनौती देता हूं कि कौन भागेगा। सदन की मर्यादा को तेज जिस तरह से कौन सा एरिया है यह असहनीय है। मैं बताऊंगा कि कौन भागेगा। राज्यपाल के अभिभाषण के तहत नियमों में प्रावधान है कि जब राज्यपाल अभिभाषण देना हो तो उसमें बिना नहीं डाला जा सकता है और किसी प्रकार के दस्तावेज लहराए नहीं जा सकते हैं।

इस तरह के प्रदर्शन को राज्यपाल के अभिभाषण में कंटेंट ऑफ आर्डर माना जाएगा क्योंकि विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री की ओर से भाटापारा मांगा गया और और विघ्न डालने का काम किया गया। भाजपा विधायक नरेंद्र बरागटा ने घटना की भर्त्सना करते हुए कहा कि हिमाचल निर्माता डॉक्टर परमार से लेकर मौजूदा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तक इस तरह के कृत्य को स्वीकार नहीं कर सकते। उन्‍होंने प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री के प्रस्‍ताव का समर्थन किया। नरेंद्र बरागटा ने विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार से कहा कि जो भी आपके शक्तियां है उनका प्रयोग किया जाए और उसे अमल में लाया जाए।

बोले मंत्री, यह अशोभनीय घटना

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि इस तरह की घटना प्रदेश में कभी नहीं हुई है यह निंदनीय है अशोभनीय है राज्यपाल का अभिभाषण होने के बाद जब राज्यपाल को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर वाहन तक छोड़ने के लिए जा रहे थे तो जिस तरह का व्यवहार किया गया वह शर्मसार करने वाला है विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कुछ विधायकों के साथ राज्यपाल का रास्ता रोका और धक्के दिए। नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेंद्र गर्ग ने इस मामले की निंदा करते हुए इसे कांग्रेस की संस्‍कृति बताया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश गरिमापूर्ण इतिहास पर कांग्र्रेस के लोगों ने दाग लगाया है।

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